उत्तराखण्ड के दो युवा चित्रकारों ने मध्य प्रदेश में लहराया अपनी कला का परचम ,अपने प्रदेश का किया नाम रोशन
उत्तराखण्ड में किसी भी क्षेत्र में टैलेंट की कमी नहीं है ,अगर बात करे चित्रकला की तो पहले भी हम आपको उत्तराखण्ड के एक से एक उत्कृष्ट चित्रकारी करने वाले चित्रकारों से रूबरू करा चुके है, जिनमे से कुसुम पांडे और आकाश आर्या की चित्रकारी से संबंधित पेंटिंग्स देवभूमि दर्शन पर पब्लिश किये गए थे। ऐसे ही दो उत्कृष्ट चित्रकारों राजेश चंद्र और कृष्णा धीमान से आज आपको रूबरू कराने जा रहे है। जिनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में उत्कृष्ट चित्रकारी के लिए दर्ज है। राजेश चंद्र ( painting artist Rajesh) मूल रूप से टिहरी गढ़वाल के रहने वाले है और कृष्णा धीमान देहरादून के रहने वाले है , राजेश चंद्र वर्तमान में ऋषिकेश में रहते है। वर्तमान में दोनों “बैचलर ऑफ़ फाइन आर्ट्स” के स्टूडेंट्स है और बचपन से ही चित्रकारी का हुनर रखते आये है। पहाड़ के इन कलाकारों ने मध्यप्रदेश में अपनी कला का परचम लहराया है।
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जबलपुर मध्यप्रदेश में छाई उत्तराखण्ड की कला: बता दे की जबलपुर स्मार्ट सिटी स्ट्रीट आर्ट फेस्टिवल में पूरे भारत से 150 से ज्यादा कलाकरो ने हिस्सा लिया व जबलपुर की गलियों इमारतों बाउंड्री वाल को सुंदर सुंदर कलाकारी से सजाया गया, वही उत्तराखण्ड के 2 कलाकारों ने भी अपनी पहाड़ी चित्रकारी को मध्यप्रदेश की गोण्ड कला के साथ सम्मिलित कर कलाकारी की। ऋषिकेश के राजेश चन्द्र व देहरादून के कृष्णा धीमान ने अत्यंत सुंदर चित्रकारी की उन्हें वहाँ पर भारतीय पदम् भूषण सम्मानित श्री जतिन दास जी ने बहु सम्मानित किया। उनके द्वारा बनाये गए चित्र बारहसिंगा में पहाड़ी कला का खासा प्रभाव देखने को मिला , उनकी चित्रकारी इतनी मनमोहक है जो देखते ही बनती है। उसके फलस्वरुप वहाँ के टीवी चैनल ने उनका इंटरव्यू लिया व उसका सीधा प्रसारण भी किया।
3डी बाघ का चित्र बना कोतुहल का विषय : उनके दूसरे चित्र 3डी बाघ के चित्र ने तो ऐसी धूम मचा दी की लोगो की भीड़ सेल्फी लेने को उतावली हो रही थी। चित्र इतना सजीव सा प्रतीत हो रहा था, मानो वास्तविक बाघ खड़े हो। उनके बनाये तीसरे चित्र आई लव जबलपुर ने तो भी बहुत प्रशंसा पाई, ये अपने आप में बहुत बड़ा चित्र है जिसमे मॉडर्न आर्ट को रंग बिरंगे तरह से प्रस्तुत किया गया है। इस चित्र के लिए एफएम 93.5 बजाते रहो ने भी उन दोनों का इंटरव्यू लिया। दोनों चित्रकारों ने जबलपुर में पूरे उत्तराखण्ड का नाम रोशन किया साथ ही उत्तराखण्ड के अन्य उभरते हुए कलाकारों के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत बने।
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उत्तराखण्ड सरकार से चित्रकार राजेश चंद्र की अपील :राजेश (painting artist Rajesh) ने देवभूमि दर्शन से बात – चित में बताया की जिस प्रकार अन्य राज्यों में चित्रकला से संबंधित प्रोग्राम आयोजित किये जाते है वैसे ही प्रोग्राम हमारे राज्य में भी आयोजित होने चाहिए ताकि यहाँ के युवा कलाकारों को प्रोत्साहन मिले और अपनी कलाकारी को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच मिले। उत्तराखण्ड सरकार को कला के क्षेत्र में कार्य कर रहे युवाओ को ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहन और सहायता प्रदान की जानी चाहिए।