Damask Rose employment uttarakhand: डेमस्क गुलाब की खुशबू से महक रहा प्रदेश मे रोजगार , 12 से 13 लाख रुपए प्रति लीटर तेल की कीमत…
Damask Rose employment uttarakhand: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से लेकर प्रदेशभर के विभिन्न पहाड़ी जिलों तक डेमस्क गुलाब की खुशबू से लोगों को अच्छा खासा रोजगार मिल रहा है। जी हां दरअसल पिछले 3 साल में क्लस्टर खेती के रूप में किसानों ने डेमस्क गुलाब की खेती को अपनाया जिसके चलते खेती का क्षेत्रफल 150 हेक्टेयर तक पहुंच गया है। इस गुलाब तेल की कीमत 12 से 13 रुपए प्रति लीटर है वहीं इस गुलाब का इस्तेमाल परफ्यूम फ्लेवर के साथ कॉस्मेटिक उत्पादों मे किया जाता है जिसके चलते गुलाब की खेती को एरोमा टूरिज्म से जोड़ा जा रहा है। बताते चले सौगंध पौधा केंद्र सेलाकुई ने प्रदेश में इस गुलाब की खेती की शुरुआत बाउंड्री फसल के रूप में की थी जिसमें खेतों के चारों तरफ डेमस्क गुलाब को लगाया गया ताकि जंगली जानवर अन्य फसलों को नुकसान न पहुंचा सके और आज इसी गुलाब को किसान व्यावसायिक खेती के रूप में अपना रहे हैं।
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बता दें चमोली, टिहरी, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, देहरादून, पिथौरागढ़, नैनीताल, बागेश्वर, अल्मोड़ा जिले में 39 क्लस्टर में डेमस्क गुलाब की खेती की जा रही है जिसे सौगंध पौधे केंद्र की ओर से किसानों को खेती में तकनीकी सहयोग करने के साथ बाजार में उपलब्ध कराया जा रहा है। बताते चले वर्ष 2021-22 मे प्रदेश में लगभग 100 हेक्टेयर पर डेमस्क गुलाब की खेती हो रही थी जो वर्ष 2024 25 में बढ़कर 150 हेक्टेयर तक पहुंच गई है इतना ही नहीं बल्कि हर वर्ष 700 क्विंटल गुलाब का उत्पादन किया जा रहा है। बताते चले इस गुलाब के तेल और जल की मांग कॉस्मेटिक फ्लेवर परफ्यूम बनाने वाले कंपनियों में अधिक है। देश में डेमस्क गुलाब का उत्पादन कम होने से बुलगारिया , टर्की से तेल आयल आयात किया जाता है जिसकी देश में पांच से 7 टन तक खपत होती है। दरअसल यह गुलाब ठंडी जलवायु का पौधा है जिसे प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में आसानी से उगाया जा सकता है। अभी तक प्रदेश में इस गुलाब के जरिए जल तैयार किया जा रहा है जबकि सगंध पौध केंद्र इससे तेल बनाने की योजना बना रहा है।
रोजगार का माध्यम डेमस्क गुलाब
उत्तराखंड में डेमस्क गुलाब को रोजगार का माध्यम बनाने की दिशा में सरकार और संगध पौध केंद्र लगातार काम कर रहा है जिसके तहत हर साल प्रदेश में इस गुलाब की खेती का उत्पादन बढ़ रहा है। देहरादून के भाऊवाला में 8 एकड पथरीली जमीन पर मॉडल एरोमा बगीचा तैयार किया गया है जिसमे पर्वतीय क्षेत्रों में गैर सिंचित क्षेत्र के लिए वर्षा जल संग्रहण से डेमस्क गुलाब खेती का मॉडल तैयार किया गया है।
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