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उत्तराखण्ड बुलेटिन

राष्ट्रपति से सम्मानित-देहरादून की दिव्या रावत ने खोला देश का पहला कीड़ाजड़ी चाय रेस्टोरेंट





उत्तराखंड की मशरुम गर्ल दिव्या रावत एक बार फिर सुर्खियों में आ गई हैं। लेकिन इस बार वजह है, उनकी कीड़ा जड़ी((यारसा गंबू) चाय। उत्तराखंड में मशरूम गर्ल के नाम से मशहूर दिव्या रावत ने दून में कीड़ा-जड़ी चाय की बिक्री शुरू कर दी है। मशरूम उत्पादन में दिव्या रावत का एक विशेष नाम है,  दिव्या दावा करती है की है कि यह देश का पहला कीड़ा जड़ी चाय रेस्टोरेंट है। इसमें ग्राहकों को कीड़ा जड़ी चाय से होने वाले तमाम फायदों से भी रूबरू कराया जा रहा है। अब केवल उत्तराखंड में  में ही नहीं बल्कि देश में पहली बार ऐसा होगा जब कीड़ाज़ड़ी चाय का स्वाद लोग ले पायंगे। वैसे इस कीड़ा जड़ी चाय की डिमांड देश के अलावा विदेशो में बहुत है।




कीड़ा जड़ी चाय के फायदे:  हिमालयी क्षेत्र में समुद्रतल से  लगभग 11500 फुट से अधिक ऊंचाई पर मिलते है (यारसागुंबा) ,जो की एक शक्तिवर्द्धक औषधि है। दिव्या रावत के अनुसार “कीड़ाजड़ी चाय के बहुत से फायदे हैं जिनमें से सबसे महत्तवपूर्ण फायदा है कि यह शरीर के डीटॉक्सिफिकेशन के लिए काफी लाभदायक है। कीड़ाजड़ी चाय शरीर में मौजूद सभी हानिकारक तत्वों से आराम दिलाती है, और इस चाय में आपको प्रोटीन, पेपटाइड्स, अमीनो एसिड, विटामिन बी-1, बी-2 और बी-12 जैसे पोषक तत्व मिलेंगे। ये सभी पोषक तत्व तत्काल रूप में प्राकृतिक तौर पर शरीर को ताक़त देते हैं। इतना ही नहीं बढ़ती उम्र में होने वाली समस्याओं और गुर्दे की समस्या भी इस चाय से कम हो सकती है।”




पहाड़ी महिलाओ को दिया प्रशिक्षण : मूल रूप से चमोली निवासी दिव्या रावत ने चार साल पहले मोथरोवाला में मशरूम उत्पादन शुरू किया था। उन्होंने इससे पहाड़ की कईं महिलाओं को भी जोड़ा और उन्हें आत्मनिर्भर बनाया। दिव्या लंबे अर्से से मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में काम कर रही हैं। साथ ही देहरादून समेत पहाड़ के गांव-गांव जाकर लोगों को भी मशरूम उगाने का प्रशिक्षण देती हैं।  दिव्या मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में विशेष पहचान स्थापित कर चुकी हैं और तमाम महिलाओं के लिए एक रोल मॉडल भी हैं। बीते वर्ष से उन्होंने अपनी लैब में कीड़ा-जड़ी का उत्पादन भी शुरू किया है। इससे तैयार चाय के जायके से अब वह दूनवासियों को भी परिचित करा रही हैं। बताती हैं, कीड़ा जड़ी चाय अब तक सिर्फ विदेशों में ही मिलती है, लेकिन अब देश का पहला रेस्टोरेंट दून में शुरू हो चुका है। बताया कि कीड़ा जड़ी में कॉर्डिसिपिन व एडेनोसाइन तत्व की मौजूदगी होने से यह स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहद लाभकारी है। यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, जिससे बिमारिओं का संक्रमण नहीं हो पाता है। शुरूआती दस दिन तक प्रति कपल दो कप चाय एक हजार रुपये में उपलब्ध कराई जा रही है।




राष्ट्रपति से भी हो चुकी है सम्मानित:  देहरादून की दिव्या रावत को  2017  में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर नारी शक्ति पुरस्कार से नवाजा जा चूका है। उन्होंने राष्ट्रपति भवन में हुए समारोह में यह पुरस्कार राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हाथों ग्रहण किया। 




1 Comment

1 Comment

  1. zamer

    June 21, 2019 at 7:56 pm

    Mai apke saat kaam karna chahta hoo…

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