पहाड़ के एक विधायक बने मिशाल अनाथ बेटी को लिया गोद, उठाया पढ़ाई का जिम्मा
हमारे समाज के ग्रामीण क्षेत्र के लोग लड़कियों से ज्यादा लड़को को महत्व देते है, उनका मानना होता है की लड़के उनके परिवार को आगे बढ़ाएंगे , उनके परिवार के लिए पैसे कमाएंगे जबकि बेटियाँ सिर्फ उनका दायित्व होती है। इसी मानसिकता के चलते कुछ लोग भ्रूण हत्या भी कर देते है, जहाँ एक ओर हमारे समाज में कुछ संकीर्ण मानसिकता के लोग घर में बेटियों के जन्म लेने को बोझ समझते है , वही सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को साकार करते हुए बागेश्वर के विधायक चंदन राम दास ने एक ऐसी पहल की है जो पूरे समाज के लिए मिशाल बन गयी है। विधायक ने एक अनाथ बेटी को गोद लेने की घोषणा कर स्कूल परिसर में मिशाल पेश की है। उन्होंने कहा बालिकाओं की शिक्षा और, उनके उज्जवल भविष्य के लिए समय समय पर जागरूकता अभियान भी आयोजित किये जाने चाहिए।
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बता दे की बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ योजना के तहत बालिका अभिप्रेरण शिविर राजकीय इंटर कॉलेज रवांईखाल में आयोजित किया गया था। इस दौरान विधायक ने एक अनाथ बेटी को गोद लेने की घोषणा कर स्कूल परिसर में सबके लिए मिशाल पेश की। शिविर में कक्षा नौ से 12 तक की 128 बालिकाओं ने प्रतिभाग किया। उन्होंने कहा कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सामाजिक आंदोलन और समान मूल्य को बढ़ावा देने के लिए जागरुकता अभियान शिविर का आयोजन भी करना चाहिए। जिससे वे समाज के पुरुष वर्ग से कंधे से कन्धा मिला कर चल सके और एक सफल जीवन व्यतीत कर सकें। इसके साथ ही रोजगारोन्मुख शिक्षा ग्रहण कर अपने पैरों पर खड़े हो सकें। गुंजन ऐठानी जिसके माता पिता नहीं है , को गोद लेने की घोषणा की। वह वर्तमान में अपने ताऊ के साथ रहती है। उसकी पढ़ाई आदि का जिम्मा विधायक ने लिया। विधायक ने विद्यालय को दो लैपटाप भी प्रदान किए।
