Nainital Ranibagh Ropeway News: रानीबाग रोपवे प्रोजेक्ट को धरातल में उतरने में लगेंगे लगभग 3 वर्ष पहले होगी भूगर्भीय जांच
गौरतलब है कि वर्ष 2018 में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद द्वारा नैनीताल रोपवे प्रोजेक्ट का डिजाइन तैयार किया गया था। जिस डिजाइन के अंतर्गत करीब 12 किलोमीटर के रोपवे प्रोजेक्ट की रूपरेखा तैयार की गई। रोपवे प्रोजेक्ट में रानीबाग एचएमटी फैक्ट्री से साढ़े तीन किलोमीटर में डोलमार, वहां से 4.7 किलोमीटर में ज्योलीकोट और फिर वहां से तीन किलोमीटर में हनुमान गढ़ी नैनीताल। लेकिन अभी इस प्रोजेक्ट को धरातल में उतरने में लगभग 3 वर्ष और लग जाएंगे क्योंकि हाईकोर्ट ने रानीबाग से नैनीताल के लिए प्रस्तावित आरोपी प्रोजेक्ट मामले पर सुनवाई के बाद एनएचआई से 45 दिन के भीतर एक प्रस्ताव पेश करने के लिए कहा गया है। जी हां अब एनएचआई इस प्रोजेक्ट का फिर से नए सिरे से सर्वे करेगा।(Nainital Ranibagh Ropeway News)
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रानीबाग आरोपी प्रोजेक्ट के अंतर्गत होगी भूगर्भीय जांच:
हाईकोर्ट की सुनवाई के दौरान एनएचआई की ओर से कहा गया कि मार्च 2022 में जर्मन ऑस्ट्रेलियन कंपनी को सर्वे के लिए 9 करोड रुपए का ठेका दिया गया था। बता दें कि अब इस प्रोजेक्ट का पूर्ण तरीके से भूगर्भीय सर्वेक्षण होगा जिसके अंतर्गत यहां की मिट्टी की पूरी तरीके से जांच की जाएगी। क्योंकि यह भूस्खलन संवेदनशील क्षेत्र भी है और रोपवे निर्माण से पूर्व इस प्रोजेक्ट का सुरक्षा की दृष्टि से खरा उतरना बेहद जरूरी है। अगर बात करें इस प्रोजेक्ट के कुछ खास बिंदुओं पर तो इस प्रोजेक्ट का लोअर टर्मिनल प्वाइंट एचएमटी रानीबाग, टर्न स्टेशन डोलमार, मिड टर्मिनल स्टेशन ज्योलिकोट तथा प्रोजेक्ट का अपर टर्मिनल स्टेशन हनुमानगढ़ी नैनीताल में होगा। इसके साथ ही हनुमानगढ़ी में फूड बेवरेज रिटेल शॉप, ज्योलिकोट में रिजॉर्ट, एचएमटी रानीबाग में 3 स्टार होटल तथा फास्ट फूड रेस्टोरेंट इत्यादि बनेगा।
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