Rishikesh Karnprayag railway: उत्तराखंड में भारत की सबसे लंबी रेल सुरंग हुई आर-पार.
बता दें देवप्रयाग सौड से श्रीनगर गढ़वाल के जनासू तक परियोजना की सबसे बड़ी रेल सुरंग है वहीं ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन की कुल लंबाई 125 किलोमीटर है जिसमें से 105 किलोमीटर रेल सुरंग के अंदर से जाएगी। रेल मन्त्री अश्वनी वैष्णव ने कहा कि यह प्रोजेक्ट बेहद अद्भुत है जिसकी चर्चा पूरे दुनिया भर में हो रही है। इतना ही नहीं बल्कि इस परियोजना में आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल किया जा रहा है जनासू रेल सुरंग के ब्रेकथ्रू से पहले अश्वनी वैष्णव योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन के निरीक्षण के लिए पहुंचे थे जहां पर उन्होंने 15 मिनट तक रेलवे स्टेशन का प्रशिक्षण किया। बताते चले इस परियोजना के तहत कुल 17 सुरंगे बनाई जा रही है जिसका अधिकतम हिस्सा रेल मार्ग सुरंग के अंदर से गुजरेगा। वही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना राज्य के दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने की महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हुई नजर आएगी जिससे स्थानीय लोगों समेत पर्यटकों को भी फायदा मिलेगा। बता दें सौड़ से जनासू तक 14.57 किलोमीटर लंबी रेलवे सुरंग उत्तराखंड की ही नहीं बल्कि पूरे भारत में सबसे लंबी सुरंग है। देवप्रयाग सौड से श्रीनगर जनासू तक की यह सुरंग तकनीकी दृष्टि से एक बड़ी उपलब्धि है। मुख्यमंत्री ने बताया कि टनकपुर बागेश्वर रेल परियोजना का सर्वे भी हो चुका है और जल्द ही इस पर आगे की कार्रवाई भी की जाएगी।
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