बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री श्रीदेवी और अभिनेता विनोद खन्ना दोनों ही बड़े फिल्मी सितारे इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उनकी यादे आज भी उत्तराखंड के इन हसींन वादियों में गूजती हुई प्रतीत होती है। वैसे तो सभी बॉलीवुड के सितारों की कुछ न कुछ यादे उत्तराखंड से जुडी हुई है, क्युकी 90 की दशक की अधिकतर फिल्मो के लिए खूबसूरत वादियों की तलाश में डायरेक्टर यहाँ पहुंच ही जाते थे। बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री श्रीदेवी के निधन की खबर से मसूरी में उनके उस दौर के प्रशंसकों को बड़ा सदमा पहुंचा। डायरेक्टर अनिल शर्मा के निर्देशन में 90 के दशक में बनी उनकी फिल्म फरिश्ते के एक गाने “तेरे बिना जग लगता है सूना” की शूटिंग कैंप्टीफॉल की खूबसूरत वादियों में हुई थी।
आप को बताते चले की फिल्म में श्रीदेवी के साथ अभिनय के लिए धर्मेंद्र और विनोद खन्ना मुख्य भूमिका में थे। डायरेक्टर अनिल शर्मा को एक ऐसी लोकेशन की तलाश थी जहाँ सुन्दर वादियों के साथ साथ प्राकृतिक झरना भी हो और इसके लिए उन्हें उत्तराखंड के मसूरी से बेहद खूबसूरत जगह और कोई नहीं लगी। अंत में गीत को कैंप्टीफॉल झरने के सामने और आसपास के इलाके में ही फिल्माया गया जिस से सिर्फ गीत नहीं बल्कि पूरे फिल्म की सुंदरता में चार चाँद लग गए।
गौरतलब है कि 1979 से अपने फिल्मी करिअर की शुरुआत करने वाली श्रीदेवी ने दर्जनों सुपरहिट फिल्में दी हैं। इनमें चांदनी, नगीना, चालबाज, मिस्टर इंडिया, और लाडला सहित अन्य फिल्मों में मुख्य भूमिका निभायी है। उनके निधन से फिल्म जगत को अपूर्णीय क्षति हुई है। इससे उनके प्रशंसक बेहद बेहद दुखी है और अपनी भावनाओ की अभिव्यक्ति सोशल मीडिया के माध्यम से कर रहे है।
अगर बात करे विनोद खन्ना की तो उनको उत्तराखंड से इतना प्रेम और लगाव था की वो बहुत बार ऋषिकेश और हरिद्धार शांति स्थल की तलाश में आये थे। उनके निधन के बाद उनका अस्थि विसर्जन भी हरिद्धार में ही किया गया था।