दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को उत्तराखण्ड में बिना ई पास (Uttarakhand e pass) के नहीं मिलेगा प्रवेश, 3 अगस्त को जारी अनलाक-3 के दिशानिर्देश ही रहेंगे लागू..
केन्द्र सरकार द्वारा बीते दिनों राज्यों को लिखे गए पत्र में कहा गया था कि दूसरे राज्यों से आने-जाने वाले लोगों और वस्तुओं की आवाजाही पर लगी रोक हटाने के साथ ही ई-पास की व्यवस्था को खत्म कर दिया जाए। केन्द्र की ओर से इस एडवाइजरी के जारी होने के बाद से राज्य की सभी सीमाओं में भी दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की भीड़ एकाएक बढ़ गई। इन लोगों ने पास तो नहीं बनवाया था परंतु इनके पास या तो केंद्र द्वारा जारी पत्र का स्क्रीनशाट था या फिर उसका प्रिंट आउट। उत्तराखंड की सीमा नहीं खुलने से बॉर्डर पर लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। केन्द्र द्वारा जारी एडवाइजरी के बाद से लोगों में पास के संबंध में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। बता दें कि ई पास (Uttarakhand e pass) के सम्बन्ध राज्य सरकार द्वारा में कोई नई गाइडलाइन जारी ना होने से वर्तमान में उत्तराखंड में बिना ई पास के प्रवेश सम्भव नहीं है।
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड रोडवेज की बसे अन्य राज्यो के लिए चलने को तैयार, जल्द दोड़ेंगी सड़कों पर
पास के संबंध में लोगों में असमंजस की स्थिति उत्पन्न होने पर उत्तराखण्ड पुलिस ने जारी किया स्पष्टिकरण, अभी लागू रहेगी ई पास की बाध्यता:-
पास के सम्बंध में असमंजस की स्थिति उत्पन्न होने पर उत्तराखण्ड पुलिस को भी स्पष्टीकरण जारी करना पड़ा जिसमें कहा गया है कि वर्तमान में राज्य में 3 अगस्त को राज्य सरकार द्वारा जारी अनलाक-3 की गाइडलाइंस ही प्रभावी है। जिसमें कहा गया है कि उत्तराखंड में आने-जाने के लिए देहरादून स्मार्ट सिटी की वेबसाइट पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। एसएसपी उधमसिंह नगर द्वारा जारी ताजा बयान के अनुसार पास के सम्बंध में राज्य सरकार की ओर से कोई नई गाइडलाइस जारी नही की गई है। इसलिए उत्तराखण्ड में अभी पास की बाध्यता बनी रहेगी। एसएसपी ने अपने ट्विट के माध्यम से यह भी बताया कि बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को बिना ई पास के उत्तराखंड में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
बाहरी राज्यों से प्रदेश की सीमा में दाखिल होने वाले लोगों को बिना पास के प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। दून स्मार्ट सिटी के पोर्टल पर पंजीकरण कराना अनिवार्य है। अभी सरकार की ओर से कई नई गाइड लाइन नहीं आई है। इसलिए पास की बाध्यता अभी भी बनी है।