देश की रक्षा की सौगंध लेकर कसम परेड के बाद थल सेना (Indian Army) में शामिल हुए राज्य के 191 वीर सपूत.. गढ़वाल राइफल्स (Garhwal rifles) की बढ़ाएंगे शोभा..
देवभूमि उत्तराखण्ड यदि सदा से ही वीरभूमि के रूप में जानी जाती हैं तो इसका कारण वह योद्धा है जो हर समय भारतीय सेनाओं की शान बढ़ाते रहते हैं। यह तो सर्वविदित है कि वर्तमान समय में भी राज्य के युवा सेना में जाने को कितने लालायित रहते हैं और इसी कारण जब भी देश की सेनाओं की बात होती है तो उत्तराखण्ड का नाम हमेशा सम्मान के साथ लिया जाता है। एक बार फिर राज्य के 191 वीर सपूतों ने गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंट सेंटर मुख्यालय में आयोजित कसम परेड समारोह के दौरान सीमा की सुरक्षा की सौगंध लेकर भारतीय थल सेना (Indian Army) का हिस्सा बनकर राज्य का मान बढ़ाया है। बीते गुरुवार को लैंसडाउन में स्थित रेजीमेंट सेंटर मुख्यालय में गढ़वाल राइफल्स (Garhwal rifles) के 191 नव प्रशिक्षित रिक्रूटों ने मातृभूमि की रक्षा की शपथ ली। इस दौरान भवानी दत्त परेड ग्राउंड में आयोजित समारोह में ब्रिगेडियर अनूप सिंह चौहान ने परेड की सलामी ली। विदित हो कि कोरोना के कारण इस बार रिक्रूटों के परिजन इस कसम परेड का हिस्सा नहीं बन सके।
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कसम परेड के बाद प्रशिक्षण काल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले रिक्रूटों को किया गया सम्मानित:-
बता दें कि राज्य के 191 युवा अब कसम परेड के बाद सेना की गढ़वाल राइफल्स (Indian Army Garhwal rifles) में शामिल हो गए हैं। कसम परेड में प्रशिक्षण के दौरान सर्वोत्तम प्रदर्शन करने वाले रिक्रूटों को पारितोषिक भी दिया गया। इस दौरान जहां प्रशिक्षण समय में सर्वोत्तम प्रदर्शन करने के लिए राइफलमैन कमल सिंह को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया वहीं राइफलमैन सूरज को रजत पदक एवं राइफलमैन अनिल कुमार को कांस्य पदक से नवाजा गया। इसके अलावा फायरिग में सर्वोत्तम प्रदर्शन के लिए भी राइफलमैन ऋषभ को भी सम्मानित किया गया। वहीं शारिरिक प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अमित सिंह को तथा राइफलमैन अजेय सिंह को सर्वश्रेष्ठ ड्रिल के लिए भी इस दौरान पुरस्कृत किया गया। परेड की सलामी लेने के बाद ब्रिगेडियर अनूप सिंह चौहान ने रिक्रूटों को संबोधित करते हुए कहा कि एक अच्छे सैनिक में ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा व आज्ञाकारी जैसे गुण होना बेहद आवश्यक है।
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