Dehradun cyber crime today : साइबर ठगी का शिकार हुए बुजुर्ग को लगा 3.70 करोड़ का चूना, महिला भी हुई 32 लाख रुपए ठगी का शिकार……..
Dehradun cyber crime today: उत्तराखंड में दिन प्रतिदिन साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं जिसके चलते आए दिन लोगों को लाखों करोड़ों रुपए का चूना लग रहा है। इतना ही नहीं बल्कि साइबर ठग कई सारी फर्जी वेबसाइटों को बनाकर लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। ऐसा ही कुछ मामला देहरादून व हरिद्वार जिले से सामने आया है। जहाँ पर साइबर ठगों ने एक बुजुर्ग को 3 करोड़ 77 लाख रुपए का चूना लगाया है। वहीं दूसरे मामले में साइबर क्रिमिनलों ने डिजिटल अरेस्ट का खेल रचकर महिला से करीब 32 लाख रुपए की ठगी की है। पुलिस द्वारा दोनों मामलों की जांच लगातार जारी है वही अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
Dehradun cyber fraud today अभी तक मिली जानकारी के अनुसार राजधानी देहरादून के रहने वाले एक बुजुर्ग व्यक्ति विदेश में नौकरी करते थे जो वर्ष 2000 में देहरादून ही शिफ्ट हो गए थे। दरअसल उन्होंने वर्ष 2024 में अगस्त माह के दौरान फेसबुक में एक वीडियो देखा था जिसमें उन्होंने रतन टाटा की ओर से भारतीय नागरिकों के लिए रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया में निवेश करने की बात बताई थी । इस दौरान पीड़ित बुजुर्ग ने वीडियो लिंक पर क्लिक किया तो उनके सामने एक वेबसाइट खुल गई। इसके बाद उन्होंने एक महिला से संपर्क किया। महिला ने पीड़ित को कई स्कीमों मे निवेश करने की जानकारी दी जिसके चलते पीड़ित ने भी निवेश करना शुरू कर दिया। यह भी पढ़ें- Dehradun job fraud news today: देहरादून नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की धोखाधड़ी
dehradun crime news today यह मामला यहीं नहीं थमा बल्कि इस दौरान रमन सिंह नाम के व्यक्ति को आरोपियों ने पीड़ित का वित्तीय सलाहकार नियुक्त किया जिसने पीड़ित को बड़ी मात्रा में निवेश करने की सलाह दी जिसकी बात के झांसे में पीड़ित बुजुर्ग आ गए और उन्होंने ₹8 लाख का निवेश कर दिया। इसके बाद रमन सिंह ने पीड़ित की संजीव अग्रवाल नाम के व्यक्ति से बात करवाई। जिस पर संजीव अग्रवाल को आरोपियों ने अंतरराष्ट्रीय ट्रेडिंग का प्रभारी बताया। संजीव अग्रवाल ने पीड़ित को भरोसा दिलाया कि उन्होंने जो पैसे निवेश किए हैं उसमें उन्हें अच्छा रिटर्न मिला है लेकिन पीड़ित को ट्रेडिंग के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। इसी के चलते समय-समय पर ठगों ने उनसे धनराशि निवेश कराई और 4 नवंबर तक उनसे 3 करोड़ 77 लाख रुपए की ठगी कर ली। उसके बाद जब पीड़ित को अपने साथ ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने धनराशि वापस करने का आरोपियों से आग्रह किया। जिस पर आरोपियों ने उन्हें सभी ग्रुपों से बाहर कर दिया और फोन बंद कर दिया। यह भी पढ़ें- उत्तराखंड : केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग के नाम हो रही साइबर ठगी, आप भी सतर्क रहें
uttarakhand cyber crime fraud इसके बाद पीड़ित ने साइबर सीईओ अंकुश मिश्रा के पास शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। वहीं दूसरा मामला हरिद्वार जिले के रुड़की शहर का है जहां पर एक महिला को 14 दिसंबर 2024 को किसी अज्ञात व्यक्ति का कॉल आता है जो उन्हें उनके क्रेडिट कार्ड से मुंबई के एक माल से एक लाख 68 रुपए की खरीदारी की बात कहता है। जिस पर वो महिला को बताते हैं उनके आधार कार्ड केनरा बैंक मुंबई में उनका खाता खोला गया है जिसमें दो करोड रुपए का लेन देन हुआ है उसके बाद पीड़िता को कहा गया कि उनकी बात वीडियो कॉल से मुंबई क्राइम ब्रांच से कराई जा रही है जिस पर महिला ने दूसरे व्यक्ति से बात की। दूसरे व्यक्ति ने कहा कि नरेश गोयल के मनी लांड्रिंग केस में 247 एटीएम कार्ड और क्रेडिट कार्ड जप्त हुए हैं जिसमें एक कार्ड आपका भी है। यह भी पढ़ें- उत्तराखंड: अग्निवीर भर्ती के नाम पर हुई ठगी, फौजी समेत 2 लोग गिरफ्तार
uttarakhand cyber crime fraud news today इस बात को सुनकर महिला के होश उड़ गए साइबर ठगों ने महिला को डराते हुए कहा कि आपके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट है उसके बाद साइबर ठगी व गिरफ्तारी का वारंट और कुछ दस्तावेज व्हाट्सएप पर भेजें। इतना ही नहीं बल्कि साइबर ठगो ने 14 दिसंबर से 18 दिसंबर तक 5 दिन तक कई लोगों से बात कराई और खुद को मुंबई ब्रांच सीबीआई फाइनेंस और ईडी का अधिकारी बताया। इस दौरान साइबर ठगो ने जांच के बहाने 18 दिसंबर को महिला से अपने खाते में 32 लाख 31 हजार रुपए ट्रांसफर कराए । इसके बाद महिला ने इसकी जानकारी पुलिस प्रशासन को दी । साइबर सीईओ अंकुश मिश्रा ने पीड़िता की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
रचना भट्ट एक अनुभवी मिडिया पेशेवर और लेखिका हैं, जो पिछले कई वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। उन्होंने पत्रकारिता में मास्टर डिग्री प्राप्त की है और समाज, संस्कृति समसामयिक मुद्दों पर अपने विश्लेषणात्मक लेखन के लिए जानी जाती हैं।