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Gangolihat History Hindi Pithoragarh
Gangolihat History Hindi (Image Source social media)

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Gangolihat History Hindi: गंगोलीहाट का इतिहास है बेहद पौराणिक..

Gangolihat History Hindi: पिथौरागढ़ जिले के गंगोलीहाट क्षेत्र का इतिहास रहा है बेहद धार्मिक और पौराणिक हाट कालिका और पाताल भुवनेश्वर हैं यहां की पहचान 

Gangolihat History Hindi: उत्तराखंड राज्य अपने पौराणिक और धार्मिक स्थलों के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है जो अपनी पौराणिक कहानी और धार्मिक संस्कृति के साथ ही खूबसूरत वादियों से लोगों को अपनी ओर बेहद आकर्षित करता है। ऐसा ही कुछ पौराणिक इतिहास रहा है पिथौरागढ़ जनपद में स्थित गंगोलीहाट का जो एक मनोरम स्थल होने के साथ ही आध्यात्मिकता और प्राकृतिक सुंदरता का मिश्रण पेश करता है।
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Gangolihat Pithoragarh Uttarakhand: आपको जानकारी देते चले गंगोलीहाट उत्तराखंड राज्य के पिथौरागढ़ जनपद में स्थित एक नगर व तहसील का मुख्यालय है जो हाट कलिका मंदिर नामक सिद्ध पीठ के लिए विश्वभर में बेहद प्रसिद्ध है और इस सिद्ध पीठ की स्थापना आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा की गई थी। दरअसल हाट कलिका देवी गंगोलीहाट के लोगों की आराध्य देवी मानी जाती है जो रणभूमि में जवानों की रक्षा करती है। इसके अतिरिक्त यहां पौराणिक पाताल भुवनेश्वर की गुफा भी हैं, जो अपने रहस्यों से देश‌ विदेश में विख्यात है। बता दें कि गंगोलीहाट नामक इस स्थान का इतिहास बेहद ही पौराणिक रहा है क्योंकि यहां पर राजा महाराजाओं ने भी शासन किया है। गंगोलीहाट सरयू गंगा तथा रामगंगा नदियों के मध्य स्थित होने के कारण इस क्षेत्र को पूर्वकाल में गंगावली कहा जाता था जिसका नाम धीरे-धीरे परिवर्तित हुआ और फिर इसका नाम गंगोली हो गया।
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इतना ही नहीं 13वीं शताब्दी से पहले इस क्षेत्र पर कत्यूरी राजवंश का शासन हुआ करता था जो गंगोलीहाट गंगोली क्षेत्र का प्रमुख व्यापार केंद्र माना जाता था। चंदो के प्रताप से पहले गंगोली का एक राजा था जिसकी राजधानी माणिकोट में होने के कारण उसे माणिकोट का राजा भी कहा जाता था। माणिकोट गांव में पुराने महलों की टूटी फूटी सीढ़ियों तथा ध्वस्त प्राय मंदिरों का दृश्य अब भी दिखाई पड़ता है। 16वीं शताब्दी में कुमाऊं के राजा बालो कल्याण चंद ने मनकोट पर आक्रमण कर गंगोली क्षेत्र पर अपना आधिपत्य कर लिया था और 19वीं शताब्दी में गंगोली को अल्मोड़ा जनपद का परगना बनाया गया तथा गंगोलीहाट नगर में ही परगना मुख्यालय स्थापित किया गया। तभी 1960 में पिथौरागढ़ जनपद के गठन के पश्चात गंगोलीहाट तहसील का भी गठन किया गया जिसका मुख्यालय गंगोलीहाट नगर में ही रखा गया था। गंगोलीहाट नगर की स्थापना 7 जुलाई 2022 को पिथौरागढ़ के 22 राजस्व ग्रामो को मिलकर किया गया जिसमें हाट, कूंउप्रेती, खेतीगड़ा, पुनौली, नौढुंगा, चुडिय़ागौर, चौढिय़ार, लाली, खतेड़ा, हनेरा व रावलगांव शामिल हैं।
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