अंतराष्ट्रीय स्तर पर होगा राज्य के दो एयरपोर्टों (International Airport) का विस्तार, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने खींचा जौलीग्रांट (Dehradun) और पंतनगर (Pantnagar) एयरपोर्ट के विस्तार का खाका..
उत्तराखण्ड मे पर्यटन के कई क्षेत्र है जहॉ देश- विदेशों से प्रकृति प्रेमी पहुँचते है। लेकिन कई बार अन्तराष्ट्रीय एअरपोर्ट (International Airport) से राज्य की दूरी अधिक होने के कारण विदेशी पर्यटक यहॉ नहीं आ पाते, इसके साथ ही देश का सीमांत राज्य होने के कारण सुरक्षा की दृष्टि से भी एयरपोर्ट का अंतराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार आवश्यक है। इसलिए अब सरकार देहरादून(Dehradun) के जौलीग्रांट और पंतनगर एयरपोर्ट(Pantnagar) के विस्तारीकरण की ओर कदम बढ़ा रही हैं। विदित हो कि बीते दिनों वायुसेना के अधिकारियों ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात कर राज्य में स्थित हवाई अड्डों का विस्तार करने की मांग की थी ताकि युद्ध की परिस्थितियों में वायुसेना उनका उपयोग आसानी से कर सकें। जिस पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वायुसेना के अधिकारियों को राज्य में स्थित एयरपोर्टों का अंतराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार कराने का आश्वासन दिया था। इसी को देखते हुए हुए अब राज्य के जौलीग्रांट तथा पंतनगर एअरपोर्ट का विस्तारीकरण किया जाएगा। जिसके बाद यहॉ से न सिर्फ अंतराष्ट्रीय उड़ानों को भी शुरू किया जा सकेगा, बल्कि आपातकालीन परिस्थितियों में वायुसेना भी इनका आसानी से उपयोग कर पाएगी। बीते शनिवार को राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन सचिव प्रदीप खरोला से मुलाक़ात कर पंतनगर और ज्योलीग्रांट एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के साथ ही इन्हें अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं से लैस तथा हेली पोर्ट बनाने पर चर्चा की।
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पर्यटन के साथ ही सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है सीमांत राज्य के एयरपोर्टों का विस्तार, इन दिनों तेजी से चल रहा है जौलीग्रांट एअरपोर्ट के विस्तारीकरण का कार्य:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में स्थित पंतनगर एयरपोर्ट तथा जौलीग्रांट का विस्तार अंतरराष्ट्रीय स्तर के हवाई अड्डों की तरह होने जा रहा है। बीते शनिवार को यह जानकारी केंद्रीय नागरिक उड्डयन सचिव प्रदीप खरोला ने मुख्यमंत्री को दी। उन्होंने कहा कि 100 एकड़ की भूमि पर ग्रीन फ़ील्ड एअरपोर्ट बनाने के लिए केन्द्र सरकार ने प्रभावी क़दम उठाए है, इससे अन्तराष्ट्रीय स्तर पर हवाई सेवा के संचालन मे मदद मिलेगी जिससे एक ओर तो राज्य के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और राज्य सरकार की आय भी बढ़ेगी वहीं दूसरी ओर सीमांत राज्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से लैस हवाई अड्डों के निर्माण से देश की सुरक्षा व्यवस्था भी और अधिक दूरस्त हो पाएगी। जो सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। केन्द्रिय नागरिक उड्डयन सचिव ने मुख्यमंत्री को विमानों के नाइट पार्किंग की व्यवस्था करने की संभावना से भी अवगत कराया। सीएम आवास में आयोजित बैठक में केन्द्रिय नागरिक उड्डयन सचिव ने मुख्यमंत्री को बताया कि जौलीग्रांट के विस्तारिकरण के लिए सरकार ने भूमि की उपलब्धता का सैद्धांतिक निर्णय ले लिया है तथा एअरपोर्ट को अन्तराष्ट्रीय मानकों के अनुकुल बनाया जाएगा, बताते चलें कि इन दिनों जौलीग्रांट एअरपोर्ट के विस्तारीकरण का कार्य तेज़ी से किया जा रहा है , पहले चरण मे लगभग 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है, एअरपोर्ट को 60 मी चौड़ा तथा 270 मी लम्बा बनाया जा रहा है। इसी तरह उन्होंने पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का रोडमैप भी मुख्यमंत्री को समझाया।
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