Lata kandpal farming almora: अल्मोड़ा की लता कांडपाल बंजर खेतों को आबाद कर बनी एक मिशाल देखें तस्वीरों में
बात अगर लता की शैक्षिक योग्यता की करें तो मूल रूप से राज्य के अल्मोड़ा जिले के हवालबाग विकासखण्ड के चितई गांव निवासी लता ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा गांव से प्राप्त की है। तत्पश्चात उन्होंने एसएसजे कैंपस अल्मोड़ा से परास्नातक (एमए) तथा देहरादून से बीएड किया है। तत्पश्चात उन्होंने नई दिल्ली से एनटीटीई स्किल डवलपमेंट की 12 ट्रेनिंग, म्यूजिक कोर्स के साथ ही सिलाई कढ़ाई व पेंटिंग का प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है। वर्तमान में वह अल्मोड़ा के भातखंडे संगीत महाविद्यालय से संगीत की पढ़ाई भी कर रही है। इतना ही नहीं उन्हें कविताएं लिखने का भी शौक है। उनके द्वारा रचित पंक्तियां आकाशवाणी से आए दिन प्रसारित होते रहती है। बता दें कि लता के पति राजू कांडपाल, महिला हाट संस्था अल्मोड़ा के समन्वयक है। वह उन्हीं को अपना सबसे बड़ा प्रेरणा स्रोत मानती है। लता कहती हैं हमारे समाज में आजकल एक ट्रेंड बन चुका है कि पढ़ी लिखी लड़की खेती के कार्य नहीं करेगी। शादी के समय ही लड़कियों के परिजनों द्वारा उनकी बेटी को खेती के कार्य नहीं आने की बात कह देते हैं। शादी के बाद भी अधिकांश लड़कियां अपने खेतों की ओर मुड़कर भी देखना पसंद नहीं करती। समाज के बनाए इसी मिथक को तोड़ना उनका मुख्य उद्देश्य भी है कि उच्च शिक्षित महिला, बेटी और नौजवान भी खेती के कार्य कर सकते हैं।
(Lata Kandpal farming almora)
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