भारतीय सेना (Indian Army) में लेफ्टिनेंट बने राहुल पांडे (Rahul Pandey), परिवार के साथ ही पूरे क्षेत्र में दौड़ी खुशी की लहर..
उत्तराखण्ड के वाशिंदों में हमेशा मातृभूमि के लिए कुछ गुजरने की तमन्ना रहती है। इसका सबसे अच्छा विकल्प सेना(Indian Army) में जाकर मातृभूमि की रक्षा करना रहता है। जिसके लिए उत्तराखण्ड के वाशिंदे हमेशा तत्पर रहते हैं। राज्य के लोगों का सेना में जाने का जोश और जुनून भी इस बात की गवाही देता है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि राज्य के युवा अपने पूर्वजों की इस सैन्य परम्परा को अच्छे से निभा रहे हैं और सेना में जाने को दिन-रात प्रयासरत रहते हैं। आज हम आपको राज्य के एक और ऐसे ही होनहार युवा से रूबरू करा रहे हैं जिन्होंने अंतिम बाधा पार करते हुए परिवार की सैन्य परम्परा को आगे बढ़ाया है। जी हां.. हम बात कर रहे हैं राज्य के अल्मोड़ा जिले के रहने वाले राहुल पांडे(Rahul Pandey) की, जो बीते शनिवार को कोच्चि में आयोजित पासिंग आउट परेड के दौरान सेना में लेफ्टिनेंट बन गए है। राहुल की उपलब्धि से उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि राहुल ने अपनी इस सफलता से न केवल अपने क्षेत्र और जिले का मान बढ़ाया है बल्कि समूचे उत्तराखण्ड को गौरवान्वित होने का सुनहरा अवसर प्रदान किया है।
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राहुल ने कड़ी मेहनत से अपने बचपन के सपने को किया साकार, 14 असम रेजिमेंट में मिली तैनाती:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के अल्मोड़ा जिले के रानीखेत तहसील के चिनियानौला निवासी राहुल पांडे सेना में लेफ्टिनेंट बन गए है। बीते शनिवार को ऑफीसर ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) कोच्चि में आयोजित पासिंग आउट परेड के दौरान अंतिम बाधा पार करते हुए उन्होंने अपने कंधों पर सितारे लगवाएं, इसके साथ ही वह अफसर बनकर भारतीय सेना में शामिल हो गए। बता दें कि सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले राहुल के पिता कर्नल त्रिवेणी चंद्र पांडे भी सेना से रिटायर्ड हैं जबकि राहुल की माता माता मीना पांडे जीजीआईसी ताड़ीखेत में एक शिक्षिका हैं। राहुल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा क्षेत्र के ही कनोसा कान्वेंट स्कूल से प्राप्त की। जिसके बाद उन्होंने सेंट जेप्रियल स्कूल रुड़की से हाईस्कूल तथा महाराष्ट्र से इंटरमीडिएट की परीक्षा अच्छे अंकों से उत्तीर्ण की। तदोपरांत देहरादून से बीटेक की डिग्री हासिल की। बताया गया है कि राहुल की पासिंग रेंक के आधार पर पिछले साल 2019 में सीधे शॉर्ट सर्विस टेक्नीकल के माध्यम से उनका कॉल लेटर आया, जिसके बाद उन्होंने कोच्चि स्थित सैन्य ऑफीसर ट्रेनिंग अकादमी में अपना प्रशिक्षण शुरू किया, जहां से बीते शनिवार को वह पासिंग आउट परेड के बाद सेना में शामिल हो गए। जहां से उनको 14असम रेजिमेंट में तैनाती मिली है। राहुल के पिता का कहना है कि राहुल का बचपन ही सपना था कि वह सेना में जाकर देशसेवा करें और इसके लिए उसने काफी मेहनत भी की।
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