प्रदेश के विद्यालयों में काफी लम्बे समय से रिक्त पड़े एलटी और प्रवक्ता के लगभग 4000 पदों को वॉक इन इंटरव्यू के जरिये अस्थायी तौर पर भरे जाने की कवायद शुरू होने जा रही है। इस बाबत देहरादून में बुधवार को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने शिक्षा विभाग की समीक्षा की। बैठक के बाद उन्होंने मीडिया को बताया कि एलटी और प्रवक्ता संवर्ग के पद रिक्त होने के चलते पढ़ाई प्रभावित हो रही है। जिसको देखते हुए निर्णय लिया गया है कि एलटी और प्रवक्ता संवर्ग के पदों को स्थायी रूप से भरे जाने तक विद्यालय प्रबंधन समिति के माध्यम से शिक्षक अस्थायी तौर पर रखे जाएंगे। इन शिक्षकों का चयन वॉक इन इंटरव्यू के माध्यम से किया जाएगा। दरअसल, पहले ये पद गेस्ट टीचर के रूप में भरे जाते थे, लेकिन कोर्ट से इस पर रोक लगाने के बाद अब इन पदों को वॉक इन इंटरव्यू के जरिये अस्थायी तौर पर भरने का निर्णय लिया गया है। बता दे की इसमें पात्रता पूरी करने वाले स्थानीय युवाओं को वरीयता दी जाएगी। चयनित शिक्षक को 15 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाएगा।
नियमित भर्ती में बीएड से तय होगी शिक्षकों की मैरिट : सरकार नियमित भर्ती में अब टीइटी पास पुराने बीएड धारकों को वरिष्ठता के आधार पर नियुक्ति देने के पक्ष में है। इसके लिए जल्द ही यह मसला कैबिनेट में लाया जाएगा। प्रयास है कि गर्मी की छुट्टी खत्म होने से पहले सभी स्कूलों के लिए शिक्षकों का चयन कर लिया जाए। प्रदेश सरकार ने प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में मैरिट का निर्धारण वर्षवार बीएड के आधार पर करने का निर्णय लिया है। हालांकि चयन को अब भी टीईटी-01 व टीईटी-02 पास होना जरूरी होगा। शिक्षा विभाग ने बीते नवंबर में शासनादेश जारी कर, मैरिट निर्धारण के लिए टीईटी के अंक अनिवार्य कर दिए थे। जबकि इससे पहले मैरिट का निर्धारण बीएड पास करने के साल के आधार पर होता था। इसके साथ ही नवोदय विद्यालयों में तैनात सरकारी शिक्षकों को विभाग में वापस लाकर वहां भी वॉक इन इंटरव्यू के जरिये नई नियुक्ति की जाएंगी।
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