almora:इंस्पायर्ड अवार्ड के लिए चयनित हुई रुचिता पल्याल (Ruchita Palyal), विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार ने किया पुरस्कृत..
देवभूमि उत्तराखंड के प्रतिभावान युवा आज हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहें हैं। बात अगर राज्य की बेटियों की ही करें तो भी आज देवभूमि उत्तराखंड की बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। लड़कों के कंधे से कंधा मिलाकर चल रही राज्य की ऐसी प्रतिभाशाली बेटियों ने अपनी काबिलियत के दम पर सफलता प्राप्त कर न सिर्फ अपने माता-पिता और क्षेत्र का नाम रोशन किया है बल्कि समूचे देवभूमि उत्तराखंड का मान भी देश-विदेश में बढ़ाया है। आज हम आपको राज्य की एक और ऐसी ही होनहार बेटी से रूबरू कराने जा रहे हैं चयन इंस्पायर्ड अवार्ड के लिए हुआ है। जी हां.. हम बात कर रहे हैं राज्य के अल्मोड़ा (almora) जिले के रहने वाली रुचिता पल्याल (Ruchita Palyal) की, जिन्हें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार से की ओर से संचालित प्रतियोगिता में इंस्पायर्ड अवार्ड के लिए चयनित किया गया है। उनकी इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां रूचिता के परिजनों का मस्तक गर्व से ऊंचा हुआ है वहीं पूरे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है।
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वर्तमान में कक्षा नौ की छात्रा है रूचिका, अब करेंगी इंस्पायर अवार्ड के जिला और राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर घाटी क्षेत्र की रहने वाली रुचिता पल्याल का चयन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार से संचालित प्रतियोगिता में इंस्पायर्ड अवार्ड के लिए हुआ है। इस अवार्ड में उन्हें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा न सिर्फ प्रमाण पत्र दिया गया है बल्कि 10 हजार रुपए की आर्थिक प्रोत्साहन राशि से भी पुरस्कृत किया गया है। बता दें कि रूचिका के पिता हुकुम सिंह पल्याल राजकीय इंटर कॉलेज झुपुलचौरा में अंग्रेजी के सहायक अध्यापक के पद पर तैनात हैं। बेटी की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से काफी खुश उनके पिता हुकुम सिंह ने बताया कि रूचिका को अब इंस्पायर अवार्ड के जिला और राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग करना है। बताते चलें कि रूचिका वर्तमान में महर्षि विद्या मंदिर अल्मोड़ा में कक्षा 9 की छात्रा है। उन्होंने अपनी इस अभूतपूर्व सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया है।
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