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Uttarakhand news: Tourists are getting feeling like Goa beach on Kwarala river champawat| Champawat Water fall

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चम्पावत: इस नदी पर पर्यटकों को हो रहा गोवा बीच जैसा एहसास, सुरक्षा का भी रखा गया है पूरा ध्यान

Kwarala river champawat:चम्पावत जिले में पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन रही है क्वैराला नदी,सैलानियों को अपनी ओर कर रही है आकर्षित

Kwarala river champawat उत्तराखण्ड की हसीन वादियां हमेशा से ही देश विदेश के सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करती रहती है। उत्तराखण्ड में वैसे तो कई खूबसूरत सुप्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं परंतु कुछ ऐसे भी खूबसूरत स्थल यहां मौजूद हैं जो राज्य के पर्यटन मानचित्र पर अभी तक अपनी कोई खास पहचान नहीं बना पाए हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि देश विदेश के पर्यटक उत्तराखण्ड की इन खूबसूरत स्थलों से अभी तक अनजान हैं। आज हम आपको राज्य के चम्पावत जिले में स्थित एक ऐसे ही खूबसूरत पर्यटन स्थल से रूबरू कराने जा रहे हैं जो पर्यटकों को गोवा बीच का एहसास करा सकती है। जी हां… हम बात कर रहे हैं चम्पावत जिले के डूनिया गांव में स्थित क्वैराला नदी की, जो अब न केवल धीरे-धीरे पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन रही है बल्कि इस नदी के किनारे आकर ही पर्यटक गोवा के समुद्र तट जैसा अनुभव कर रहे हैं।

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Champawat Water fall आपको बता दें कि चम्पावत जिले में पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन रही यह क्वैराला नदी, जिला मुख्यालय से करीब 20 किमी की दूर मटेला ग्राम पंचायत के डूनिया गांव में स्थित है। इस नदी और इसके आसपास की खूबसूरती वादियां पर्यटकों को किस तरह आकर्षित कर रही है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि नदी को देखने के लिए उत्तराखंड के चंपावत, पिथौरागढ़ समेत अन्य जिलों के लोगों के साथ ही हरियाणा, उत्तर प्रदेश जैसे दूसरे राज्यों के सैकड़ों पर्यटक यहां हर रोज पहुंच रहे हैं। स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक प्रतिदिन तीन से चार सौ पर्यटक यहां आ रहे हैं। सबसे खास बात तो यह है कि जहां राज्य की अधिकांश नदियों में नहाने के दौरान लोगों के डूबने या अन्य हादसों की खबरें सुनने को मिलती रहती है वहीं डूनिया गांव में स्थित इस नदी में पर्यटकों की सुरक्षा का जिम्मा खुद इस गांव के ग्रामीणों ने उठाया है। यही कारण है कि गांव के बच्चों और युवाओं से लेकर नौजवानों और बुजुर्ग भी भर यहां पर बारी-बारी से मौजूद रहते हैं। नदी में तैराकी के दौरान किसी के डूबने पर वह तुरंत नदी में कूदकर उसकी जान बचाने को तत्पर रहते हैं।

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