Uttarakhand: खनूली गांव के तुषार पांडेय का नौसेना (Indian Navy) में सब लेफ्टिनेंट के पद पर चयन, कड़ी मेहनत से हासिल किया मुकाम..
ये सर्वविदित है कि देवभूमि उत्तराखंड (Uttarakhand) के वाशिंदे सदा से सेना में भर्ती होकर देशसेवा करने को लालायित रहते हैं। वर्तमान युवा पीढ़ी भी अपने पूर्वजों की बनाई इस सैन्य परम्परा का खुशी-खुशी निर्वहन कर रही है। वर्तमान में देवभूमि उत्तराखंड के युवा कभी सेना भर्ती के परिणामों में सफलता प्राप्त कर थल सेना की ताकत बढ़ा रहे हैं तो कभी वायुसेना में फ्लाइंग अफसर या फिर थल सेना और नौसेना में लेफ्टिनेंट बनकर राज्य का गौरव बढ़ा रहे हैं। आज फिर हम आपको राज्य के एक ऐसे ही होनहार युवा से रूबरू करा रहे हैं जिसने नौसेना (Indian Navy) में सब लेफ्टिनेंट के पद पर चयनित होकर समूचे उत्तराखण्ड को गौरवान्वित किया है। जी हां.. हम बात कर रहे हैं राज्य के अल्मोड़ा जिले के खनूली गांव निवासी तुषार पांडे की, जिसका चयन हाल ही में नेवी में सब लेफ्टिनेंट के लिए हुआ है। अब प्रशिक्षण पूरा करने के पश्चात तुषार अपने कंधों में सितारे सजाकर नौसेना में शामिल हो जाएंगे। सबसे खास बात तो यह है कि सर से पिता का साया उठने के बावजूद तुषार ने खुद को संभालकर कड़ी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है। तुषार की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं पूरे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है।
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परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण तुषार ने बुआ के घर रहकर की पढ़ाई, कठिन परिश्रम से सब लेफ्टिनेंट के पद पर चयनित होकर बढ़ाया परिजनों का मान:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के अल्मोड़ा जिले के चौखुटिया विकासखंड के तल्ला गेवाड़ के खनूली गांव निवासी तुषार पांडे का चयन भारतीय नौसेना में सब लेफ्टिनेंट के लिए हुआ है। बता दें कि एक गरीब परिवार में जन्मे तुषार ने परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी ना होने के कारण अपनी प्रारम्भिक शिक्षा अपनी बुआ तारा सनवाल के घर रहकर हल्द्वानी से ली। इंटरमीडिएट की परीक्षा अच्छे अंकों से उत्तीर्ण करने के पश्चात उन्होंने विपिन त्रिपाठी कुमाऊं इंजीनियरिग कालेज द्वाराहाट से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी-टेक किया। बताते चलें कि नेवी में सब लेफ्टिनेंट के पद पर चयनित होने वाले तुषार की माता हेमा पांडे गांव के ही आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यकत्री के पद पर कार्यरत है जबकि तुषार के पिता विपिन चन्द्र पाण्डे का पहले ही स्वर्गवास हो चुका है। बेटे की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से काफी खुश तुषार की मां की तमन्ना अब बेटे को जल्द से जल्द नौसेना की वर्दी में देखने की है। तुषार ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने परिजनों और गुरूजनों को दिया है।
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