Sakshi dugtal Anshika Firmal: दारमा घाटी के फिलम और दुग्तू गांव की रहने वाली है अंशिका फिरमाल और साक्षी दुग्ताल, सुशीला तिवारी और पौड़ी मेडिकल कॉलेज के लिए हुआ चयन…
चीन सीमा पर बर्फीले पहाड़ों के बीच स्थित दारमा घाटी की सुंदरता के साथ ही यहां की पहाड़ सी कठिनाईयों को भी शब्दों में बयां कर पाना काफी मुश्किल है। यहां की सुंदरता का अंदाजा उच्च हिमालई पर्वत चोटियों के साथ ही घाटी में खिलती सूरज की किरणों से लगाया जा सकता है तो यहां की पहाड़ सी कठिनाईयों को ग्रामीणों की रोजमर्रा की दिनचर्या में आसानी से देखा जा सकता है। इन विषम परिस्थितियों से उठकर यदि कोई मेहनतकश युवा सफलता के ऊंचे मुकाम हासिल करें तो उसकी तारीफ तो बनती ही है। जी हां… राज्य के पिथौरागढ़ जिले के सीमांत दारमा घाटी का जिक्र आज फिर यहां की दो होनहार बेटियों की सफलता से रूबरू कराने के लिए किया जा रहा है। जिनका चयन सुशीला तिवारी और पौड़ी मेडिकल कालेज के लिए हो गया है। फिलम और दुग्तू गांव की रहने वाली अंशिका फिरमाल और साक्षी दुग्ताल की इस उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं समूचे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है।
(Sakshi dugtal Anshika Firmal)
यह भी पढ़ें- उत्तराखण्ड: बागेश्वर के कुलदीप का नेटफ्लिक्स में चयन, हॉलीवुड फिल्म का करेंगे संपादन
प्राप्त जानकारी के अनुसार चीन सीमा से लगे पिथौरागढ़ जिले के सीमांत दारमा घाटी में स्थित माइग्रेशन करने वाले फिलम और दुग्तू गांव की अंशिका फिरमाल और साक्षी दुग्ताल का चयन मेडिकल कॉलेज में हो गया है। अंशिका फिरमाल को जहां पौड़ी मेडिकल कालेज आवंटित हुआ है वहीं साक्षी दुग्ताल का चयन सुशीला मेडिकल कालेज के लिए हुआ है। बता दें कि अंशिका के पिता पुष्कर फिरमाल जीआइसी स्यांकुरी में प्रभारी प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत हैं जबकि उनकी माता दमयंती फिरमाल एक कुशल गृहिणी हैं। अंशिका ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट वैली पब्लिक स्कूल बलुवाकोट और हाईस्कूल तथा इंटर की पढ़ाई जवाहर नवोदय विद्यालय पिथौरागढ़ से की है। वहीं दूसरी ओर साक्षी दुग्ताल के पिता सुरेंद्र सिंह दुग्ताल काशीपुर में उप राजस्व निरीक्षक के पद पर तैनात हैं और माता ममता दुग्ताल गृहिणी हैं। साक्षी ने अपनी शिक्षा सेंट मैरी स्कूल काशीपुर से प्राप्त की है।
(Sakshi dugtal Anshika Firmal)
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड के रोनाल्डो बने पिथौरागढ़ के हेमराज, जानिए इनकी खास बातें Uttarakhand Hemraj Johri