Almora Sundar Bora lieutenant: रंग लाया सुंदर का सघर्ष रिस्थितियों से हार ना मानकर सुंदर ने कड़ी मेहनत से हासिल किया मुकाम…
राज्य के होनहार युवा हमेशा देशसेवा करने के लिए सेना में भर्ती होने को लालायित रहते हैं। आए दिन राज्य के होनहार युवाओं के सेना में भर्ती होने की खबरें सामने आती रहती है। ऐसे ही एक और होनहार युवा से हम आपको रूबरू कराने जा रहे हैं जी हां… हम बात कर रहे हैं राज्य के अल्मोड़ा जिले के 11 सालम पट्टी के दाड़िमी जैंती निवासी सुंदर बोरा की। जो भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। उनकी इस सफलता से जहां परिवार में खुशी का माहौल है वही घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
(Almora Sundar Bora lieutenant)
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प्राप्त जानकारी के अनुसार दाड़िमी जैंती निवासी सुंदर बोरा सेना में लेफ्टीनेंट बन गए हैं। बता दें कि सुंदर सिंह वर्ष 2015 में इंजीनियरिंग कोर में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। बताते चलें कि सुंदर सिंह बोरा की प्राथमिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर एंव दसवीं तथा बारहवीं की शिक्षा सर्वोदय इंटर कॉलेज जैंती से पूर्ण हुई। सुन्दर में देश सेवा का ऐसा जूनून था की राजकीय पॉलिटेक्निक कांडा (बागेश्वर) में एक साल मैकेनिकल इंजीनियरिंग से पॉलिटेक्निक करते हुए आर्मी में भर्ती हो गए। इसके लिए सुन्दर ने कड़ी मेहनत की और कॉलेज में भी अधिकतर समय वो आर्मी की तैयारी में ही लगे रहते थे, जिसका सकारात्मक परिणाम उन्हें आज देखने को मिला है। वर्ष 2015 में सुंदर सिंह बोरा बंगाल इंजीनियर कोर में सिपाही के पद पर भर्ती हुए तथा इसके पश्चात वर्ष 2018 में आर्मी कैडेट कॉलेज में 3 तथा 1 साल आईएमए की पढ़ाई करके पैराशूट रेजीमेंट में लेफ्टिनेंट के पद पर बेंगलुरु में तैनात हुए है। सुंदर सिंह बोरा के शिक्षक तारा सिंह बिष्ट का कहना है कि 5 साल की उम्र में ही सुंदर के पिता राजेन्द्र सिंह बोरा का निधन हो गया। चार भाई-बहनों में सबसे छोटे सुंदर सिंह बोरा आर्मी कैडेट कॉलेज के 69 अफसर कैडेटस में सबसे बेस्ट मोटिवेटेड अफसर कैडेट तथा क्रॉस कंट्री में गोल्ड मेडलिस्ट रहे सुंदर सिंह बोरा अपनी सफलता का श्रेय अपनी माता कलावती देवी व अपने गुरुजनों को देते हैं।
(Almora Sundar Bora lieutenant)
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