Saket Bisht Army Lieutenant: उत्तराखंड के साकेत बिष्ट बने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट, पिता का वर्षों पुराना सपना हुआ साकार
Saket Bisht Army Lieutenant: उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट विकासखण्ड के एक छोटे से गांव सिमोली से निकलकर साकेत बिष्ट ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर एक नया इतिहास रच दिया है। यह सिर्फ एक युवक की सफलता नहीं, बल्कि एक पिता के उस अधूरे स्वप्न की पूर्णता है, जिसे उन्होंने बरसों पहले देखा था। उनकी इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं उन्हें बधाई देने वालों का भी तांता लगा हुआ है।
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बचपन से लेकर वर्दी तक: एक अनुशासित सफर Saket Bisht dwarahat almora success story
प्राप्त जानकारी के अनुसार साकेत बिष्ट ने अपनी स्कूली शिक्षा आर्मी पब्लिक स्कूल मेरठ से पूरी की। पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहने वाले साकेत का सपना था देश की सेवा करना, और इसी सपने को साकार करने के लिए उन्होंने 2021 में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) की परीक्षा दी। तीसरे प्रयास में सफलता मिलने के बाद उन्होंने पुणे में तीन वर्ष का सैन्य प्रशिक्षण लिया और फिर देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में एक वर्ष की ट्रेनिंग पूरी की। 156वें रेगुलर कोर्स के तहत अंतिम पग भरते ही साकेत अब भारतीय सेना की 159 मीडियम रेजिमेंट (आर्टिलरी) में बतौर लेफ्टिनेंट देश सेवा के लिए तैनात हो चुके हैं। उनका यह सफर कड़ी मेहनत, आत्म-विश्वास और परिवार के सहयोग की मिसाल है।
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पिता ने देखे थे अफसर बनने के ख्वाब Saket Bisht Army Lieutenant ima dehradun
साकेत के पिता नवीन बिष्ट भारतीय सेना के सब-एरिया हेडक्वार्टर देहरादून में कार्यरत हैं। वर्षों तक सेना में कार्य करते हुए उन्होंने न जाने कितने सैन्य अफसरों को नेतृत्व करते देखा, और मन ही मन एक ख्वाहिश पाली कि एक दिन उनका बेटा भी उसी ओहदे पर पहुंचे। आज, बेटे को अफसर की वर्दी में देख उनका वह सपना हकीकत बन चुका है। आपको बता दें कि साकेत की मां रश्मि बिष्ट, जो एक LIC एजेंट हैं, भावुक होकर कहती हैं – “हमने कभी नहीं सोचा था कि एक दिन हमारा बेटा इतने ऊंचे मुकाम पर पहुंचेगा। उसकी लगन और अनुशासन ने हमें ये दिन दिखाया।”
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