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Chardham yatra 2025: गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद, अब मुखबा में होंगे दर्शन
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Gangotri Dham doors closed kedarnath yamunotri also closed tomorrow uttarakhand Chardham Yatra 2025 latest news today चारधाम यात्रा 2025: मां गंगा के जयकारों के बीच बंद हुए गंगोत्री धाम के कपाट, अब मुखबा में होंगे दर्शन
Gangotri Dham doors closed kedarnath yamunotri also closed tomorrow uttarakhand Chardham Yatra 2025 latest news today: उत्तराखण्ड की दिव्य चारधाम यात्रा अपने अंतिम पड़ाव की ओर पहुंच चुकी है। मंगलवार सुबह ठीक 11:30 बजे गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए विधि-विधान के साथ बंद कर दिए गए। इस पवित्र क्षण पर पूरा धाम “जय मां गंगे” के जयकारों से गूंज उठा। श्रद्धालु मां गंगा के आशीर्वाद के साथ भावुक होकर धाम से लौटे।
इस दौरान गंगोत्री धाम को फूलों और रंग-बिरंगी झालरों से सजाया गया था। पूजा-अर्चना और मंत्रोच्चारण के बीच मां गंगा की उत्सव डोली अब अपने शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा गांव के लिए रवाना हो गई है। आने वाले छह महीनों तक श्रद्धालु यहीं पर मां गंगा के दर्शन कर सकेंगे।
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मुखबा गांव में मां गंगा की आगवानी की तैयारियां पूरी
मुखबा गांव हर बार की तरह इस बार भी मां गंगा की आगवानी के लिए तैयार है। ग्रामीणों और तीर्थयात्रियों में उत्साह का माहौल है। गांव के मंदिर को भी सजाया गया है ताकि शीतकाल में आने वाले श्रद्धालु मां गंगा की पूजा-अर्चना कर सकें।
23 अक्तूबर को यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट होंगे बंद
चारधाम यात्रा के अगले चरण में भैयादूज के दिन, 23 अक्तूबर को दोपहर 12:30 बजे यमुनोत्री धाम के कपाट भी शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। इसके बाद मां यमुना की उत्सव मूर्ति अपने शीतकालीन पड़ाव खरसाली गांव में विराजमान होगी, जहां सर्दियों के दौरान पूजा-अर्चना जारी रहेगी। इसके अतिरिक्त केदारनाथ धाम के कपाट भी कल 23 अक्तूबर को भैयादूज के दिन सुबह 8.30 बजे बंद होंगे। जबकि बदरीनाथ धाम के आगामी 25 नवंबर अपराह्न 2.56 बजे बंद होंगे। जिसके बाद चारधाम यात्रा 2025 का विधिवत समापन हो जाएगा।
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सर्दियों में भी जारी रह सकता है आस्था का प्रवाह
स्थानीय व्यापारियों आशीष सेमवाल और विनय उनियाल का कहना है कि सर्दियों के महीनों में भी मुखबा और खरसाली गांवों तक सीमित यात्रा चालू रखकर तीर्थयात्रियों को आकर्षित किया जा सकता है। उनका मानना है कि बर्फबारी के बीच मां गंगा और मां यमुना की पूजा का अनुभव तीर्थयात्रियों के लिए अविस्मरणीय रहेगा।
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इस बार 14 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे गंगोत्री-यमुनोत्री
धार्मिक पर्यटन विभाग के अनुसार, इस वर्ष दोनों धामों में कुल 14,02,128 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। इनमें गंगोत्री में 7,57,762 और यमुनोत्री में 6,44,366 तीर्थयात्री शामिल रहे। आपको बता दें कि बीते 21 अप्रैल से शुरू हुई चारधाम यात्रा में अब तक 49.30 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं, और अनुमान है कि शेष धामों के कपाट बंद होने तक यह संख्या 50 लाख का आंकड़ा पार कर जाएगी।
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