बदल जाएगा देहरादून का ट्रांसपोर्ट सिस्टम, अब इलेक्ट्रिक बस-ऑटो चलेंगे
स्टेज कैरिज परमिट का विरोध
बैठक में ऑटो-विक्रम वाहनों को स्टैज कैरिज परमिट का विरोध हुआ। सिटी बस महासंघ अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने बताया कि यह नियम विरुद्ध है। स्टेज कैरिज परमिट के लिए नियम बने हुए हैं, जो ऑटो-विक्रम वाहन पूरे नहीं करते हैं। टीजीएमओ और रोडवेज ने भी इस आपत्ति की है।
शादियों में चलेंगी सिटी बसें
सिटी बसें अब शादियों में भी चल सकेंगी। सिटी बस महासंघ ने बैठक में बताया कि सिटी बसों को भीड़ बढ़ने पर चारधाम यात्रा में चलाया जाता है, शादियों में चलने की अनुमति नहीं है। बसों को शादियों के लिए वैकल्पिक परमिट मिलना चाहिए। इससे सरकार को भी राजस्व मिलेगा। इस पर दस फीसदी बसों को शादियों के लिए अस्थाई परमिट पर सहमति बनी।
ऑटो यूनियन वाले भिड़े
दून ऑटो रिक्शा यूनियन में दो फाड हो रखे हैं। दोनों धड़ों ने अपनी-अपनी कार्यकारिणी बना रखी है। बैठक में ऑटो-रिक्शा पर मीटर लगाने और दयारा बढ़ाने पर विचार होना था। दोनों यूनियन के पदाधिकारी बैठक में मौजूद थे। सुनवाई के दौरान दोनों धड़ों के पदाधिकारी आपस में भिड़ते नजर आए। एक-दूसरा अपनी यूनियन को वैध होने का दावा करता रहा।
ई ऑटो-रिक्शा परमिट का विरोध शुरू
ई ऑटो-रिक्शा को परमिट देने का विरोध शुरू हो गया है। दून ऑटो रिक्शा यूनियन ने आरटीए की बैठक में लिए गए इस फैसले को गलत ठहराया है। चेतावनी दी कि यूनियन इसका पुरजोर विरोध करेगी। यूनियन का कहना है कि शहर में ई रिक्शा का संचालन हो रहा है, लेकिन इनके लिए अभी तक कोई नियम तय नहीं है। ई रिक्शा के अभी तक रूट तक तय नहीं किए गए। विरोध करने वालों में अध्यक्ष पंकज अरोड़ा, महामंत्री राम सिंह, साबिर खान, विनोद शर्मा, राकेश अग्रवाल, मुकेश, नरेंद्र कुमार शर्मा, नवीन मेहंदीरत्ता आदि शामिल हैं।