आज स्वतंत्र भारत में भी बॉर्डर से जुडे गाँवों के हालात ज्यो के त्यो है, विकास तो छोडि़ए स्थानीय लोग अपनी मूलभूत सुविधाओं के लिए मोहताज हैं। ऐसे ही कुछ गम्भीर हालात हैं, पिथौरागढ़ के मुनस्यारी तहसील के लीलम में। बता दे कि मुख्यालय से 22 किमी दूरी पर लीलम में पातो गाँव जाने के लिए ग्रामीण युवाओं ने और महिलाओं ने लकडी का पुल बनाया है, और नीचे उफनती गौरी नदी के ऊपर से अपनी जान पर खेल कर आजाद भारत में सीमान्त क्षेत्र चीन सीमा के बाडर के लोग ऐसे हालात में तहसील मुख्यालय आ रहे है।
अधिकतर लोग विडियो को देखकर सोचेंगे ये कोई एडवेंचर हो रहा है लेकिन ये कोई खेल नहीं गौरी नदी के उपर खतरनाक चट्टान पर इस तरह की लकड़ी का पुल बनाकर महिलाएं व छोटे बच्चे बुजुर्ग तहसील मुख्यालय पहुँच रहें है। गाँव के युवा हरीश दरियाल जी ने बताया अब गाँव जाना ही डर लग रहा है, यदि तत्काल इस जगह पर पुलिया नही बनता है या गाँव के लिए रास्ता नहीं बनाया जाता है तो गाँव मै खाद्यान्न व मुलभुत चीजों की भारी किल्लत हो सकती है। फोटो विडियो हरीश दरियाल जी द्वारा प्राप्त की गई है। उनका दर्द एक ही था की हम जाए तो कहा जाए हम लगातार सरकार से मांग करते है ऐसे जगहों पर भी नजर घुमायें जहाँ लोग अपनी जान हथेली मै रखकर जीवन यापन करने को मजबूर हैं।
मुनस्यारी से 22 कि मी दूरी पर पातो गाँव के लोग छ माह के लिए उच्च हिमालय रालम जाते है, जहाँ जड़ी बूटियों की खेती कर अपनी आजीविका चलाते है। इसके साथ ही सितम्बर में ये सब अपने गाँव पातो लोटते है, अभी गाँव वासी अपने भेड़ बकरियों के साथ रालम गाँव मे ही है। गाँव वासी तहसील मुख्यालय के लिए जब पातो गाँव आते तो तहसील मुख्यालय मुनस्यारी आने के लिए गोरी नदी को पार करना पड़ता है,जिसके ऊपर कोई भी पुलिया नहीं है सिर्फ गाँव वालों की बनाई लकड़ी की पुलिया है,जो कि कभी भी ध्वस्त हो सकती है। ऐसे रास्ते से जहाँ आदमी इतनी मुश्किलों का सामना कर के आ रहे है, वहाँ मुनस्यारी से आवश्यक सामान घोड़े खच्चर पर कैसे जा पाएगा।
पहले इनका रास्ता बुई गाँव से था जो कि बुई गाँव के नाप जमीन से होकर आता था। बुई गाँव ओर पातो गाँव का इस समय रालम कीड़ा जड़ी वन पंचायत का विवाद चल रहा दोनों गाँव के बीच बड़ा विवाद होने से बुई गाँव ने अपने नाप जमीन खेतों से रास्ता बन्द कर दिया है। इस पर विधायक हरीश धामी का कहना है कि दोनों गाँव बुई ओर पातो के लोगो को आपसी लडाई का मामला आपस मै सुलझा लेना चाहिए।
वहीं पातो गाँव निवासी ईश्वर नवियाल का कहना है कि पातो ओर बुई आपस में पड़ोसी के गाँव है तथा आपस में मित्रता भी है कुछ लोगों ने आपस दोनों गाँव के बीच मतभेद उत्पन्न कर दिए हैं जिसके चलते इस मामले ने गम्भीर रूप ले लिया। फिलहाल अब दोनों गाँवों का विवाद का मामला सुलझाने की कोशिश जारी है।