सुपरस्टार रजनीकांत हिमालय की आध्यात्मिक यात्रा पर रवाना होंगे। वह शनिवार को चेन्नई से शिमला जाएंगे और वहां से उनका ऋषिकेश और धर्मशाला जाने का कार्यक्रम है। आपको बताते चले की जल्द ही तमिल सियासत में कदम रखने जा रहे सुपरस्टार रजनीकांत दोनों ही जगहों पर आध्यात्मिक गुरुओं से मुलाकात करेंगे और राजनीति के लिए सलाह मांगेंगे। सुपर स्टार रजनीकांत जो की अपने फिल्मी कैरियर में बेहद सफल अभिनेता रहे है। अब रजनीकांत दक्षिण भारत की राजनीति में एंट्री करने जा रहे हैं। हिंदी और दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपर स्टार रजनीकांत राजनीति में अपनी पारी की शुरुआत करने से पहले उत्तराखण्ड में हिमालय की वादियों में ध्यान करेंगे। वह 13 मार्च को ऋषिकेश पहुंच रहे हैं। इस से पहले वे शिमला जाएंगे और वहां से उनका ऋषिकेश और धर्मशाला जाने का कार्यक्रम है। बताया जा रहा है कि रजनीकांत यहां अपने आध्यात्मिक गुरु ब्रह्मलीन स्वामी दयानंद सरस्वती के आश्रम में योग करने के साथ ध्यान भी लगाएंगे। आपको बता दें की ब्रह्मलीन स्वामी दयानंद सरस्वती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी आध्यात्मिक गुरु थे ।
सूत्रों के अनुसार रजनीकांत हमेशा नया काम करने से पहले हिमालय इलाको देवभूमि हिमांचल और उत्तराखंड अवश्य आते हैं, और अपने गुरू का आशीर्वाद लेते हैं । ऋषिकेश के अलावा कुमाऊं के दूनागिरी क्षेत्र में स्थित पाण्डोखोली गुफा में बने एक आश्रम में भी वह जा चुके हैं।
बताया जाता है कि सुपरस्टार निजी जीवन में बेहद धार्मिक व आध्यत्मिक प्रवृति के हैं। वह करीब 25 साल से आश्रम से जुड़े हैं और 20 साल से स्वामी दयानंद द्वारा स्थापित गंगाधरेश्वर ट्रस्ट के ट्रस्टी भी हैं। गौरतलब है कि दिसंबर में राजनीति में कदम रखने की घोषणा करने वाले रजनीकांत एलान कर चुके हैं कि वर्ष 2021 में तमिलनाड़ विधानसभा के चुनाव में उनकी पार्टी सभी 234 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उनका जनसंपर्क देखने वाले रियाज के अहमद ने पिछले दिनों सोशल मीडिया पर जानकारी दी थी कि रजनीकांत हिमालय की यात्रा पर निकल रहे हैं और तभी यह पुख्ता हो गया की रजनीकांत उत्तराखण्ड आएंगे।
गत 5 मार्च को रजनीकांत ने डॉक्टर एमजीआर एजुकेशनल ऐंड रिसर्च इंस्टीट्यूट में तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एमजी रामचंद्रन की प्रतिमा का अनावरण किया था। यहां पर उन्होंने करीब 5 हजार छात्र-छात्राओं और प्रशंसकों को संबोधित किया था। उन्होंने कहा, मुझे पता है कि राजनीतिक सफर आसान नहीं है। यह संघर्षों और रुकावटों के बीच से जाने वाली यात्रा है लेकिन जो शासन एमजीआर ने आम जनता को दिया था मैं वह दे सकता हूं। मुझे भरोसा है कि मैं यह कर सकता हूं। साथ ही उन्होंने लोगों को मजबूत नेतृत्व का भरोसा दिलाते हुए कहा, जयललिता नहीं रहीं और करुणानिधि बीमार रहते हैं। तमिलनाडु को नेता की जरूरत है। मैं आकर वह खालीपन भरूंगा। भगवान मेरे साथ हैं।
बता दें, रजनी ने पिछले साल 31 दिसंबर को राजनीति में कदम रखने की घोषणा करते हुए कहा था कि वह अपनी खुद की पार्टी बनाएंगे और तमिलनाडु की सभी 234 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। इसके बाद दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री जे जयलिलता की 70वीं जयंती के मौके पर डेप्युटी सीएम पन्नीरसेल्वम ने राजनीति में कदम रखने वाले सुपस्टार्स कमल हासन और रजनीकांत पर अप्रत्यक्ष रूप से तंज कसा था।