उत्तराखण्ड युवा लोकगायक संकल्प खेतवाल उत्तराखण्ड लोक संगीत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देंगे पहचान
बता दे की पहाड़ का ये युवा वर्ग लोकसंगीत में भी कुछ नया करना चाहता है, और अपने टैलेंट के माध्यम से उत्तराखण्ड लोकसंगीत को एक नई दिशा और आयाम देना चाहते है। संकल्प खेतवाल प्रोजेक्ट एंड मनुराज म्यूजिक बैंड आज लोगो के बिच बहुत लोकप्रिय हो गया है। देवभूमि दर्शन के साथ उनकी टीम से हुई बात चित में उन्होंने बताया की बहुत ही जल्द उनका म्यूजिक बैंड न्यूजीलैंड में प्रस्तुति देगा। अब वो अपने लोकसंगीत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक पहचान दिलाना चाहते है। प्रख्यात बॉलीवुड संगीतकार प्रीतम ने उन्हें लोक संगीत में मदद करने का आश्वासन भी दिया है। इन दिनों वह मुंबई में रहकर बॉलीवुड फिल्मों में उत्तराखंड के संगीत को स्थापित करने की दिशा में काम कर रहे हैं।संकल्प खेतवाल प्रोजेक्ट एंड मनुराज ने जब शो में गढ़वाली और जौनसारी गीतों की प्रस्तुति दी तो निर्णायक संगीतकार प्रीतम, गायिका सुनिधि चौहान और बादशाह ने उनकी जमकर तारीफ की। इतना ही नहीं, बल्कि सुनिधि संकल्प के साथ गढ़वाली गीतों पर सुर मिलाती नजर आई। गायक संकल्प खेतवाल और उनकी टीम ने ऑडिशन में गढ़वाली गीत ‘मठु मठु हिट छोरी तेरी गागर छलकेंदी’ की शानदार प्रस्तुति दी।
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संकल्प खेतवाल का जन्म पौड़ी गढ़वाल जिले की कौडि़या पट्टी के मैंदोली गांव में हुआ। उनके पिता संतोष खेतवाल उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक गायक हैं। सो, संकल्प में भी स्वाभाविक रूप से गायिकी के गुण आ गए। यह देख पिता ने उन्हें संगीत की शिक्षा देने का भी मन बनाया। संकल्प ने वर्ष 2010 में बाला हिसार ऐकेडमी देहरादून से हाईस्कूल किया। साथ ही भातखंडे ¨हदुस्तानी संगीत महाविद्यालय देहरादून में संगीत की शिक्षा भी लेने लगे। वर्ष 2012 में उन्होंने इंटर और वर्ष 2014 में संगीत विशारद भी परीक्षा उत्तीर्ण की। इसी दौरान संकल्प ने उत्तराखंड मुक्त विवि से स्नातक की उपाधि भी हासिल कर ली। लेकिन संगीत की दुनिया से उनका एक अलग ही रिश्ता बन चूका था जो उन्हें हमेशा अपनी ओर खींचता रहा, जिसकी परिणति है संकल्प की ‘दिल है ¨हदुस्तानी’ में धमाकेदार एंट्री।उनका बैंड उत्तराखंड में भैरवाज नाम से काफी लोकप्रिय है।उनकी टीम बैंड में संकल्प गाना गाते हैं। रजत डोभाल ड्रम, हिमांशु रावत और सौरभ नेगी गिटार और आशु पाल तबला, ढोलक पर संगीत देते हैं। उन्होंने बताया कि उनका सपना उत्तराखंड के गीत-संगीत और संस्कृति को पूरी दुनिया में पहचान दिलाना है। इसी मकसद से वह शो में बॉलीवुड गीतों के साथ पहाड़ी गीतों का फ्यूजन लेकर ही आते है।