उत्तराखण्ड के युवा हमेशा देश सेवा देने के लिए तत्पर रहते है अगर बात करे पहाड़ के युवाओ के तो उनके खून में एक फौजी होने का जूनून बचपन से होता है। आर्मी चीफ मेजर जनरल बिपिन रावत के साथ साथ आज उत्तराखण्ड के अनेको लोग देश सेवा में उच्च पदों पर कार्यरत है। अल्मोड़ा के लमगड़ा ब्लॉक के दाड़िमी गाँव के सुन्दर सिंह बोरा का आर्मी कैडेट कोर में चयन हो गया है ,अब वह लेफ्टिनेंट बनकर देश की सेवा करेंगे। इस बड़ी उपलब्धि से सुन्दर के पैतृक गाँव में खुशी का माहौल है। इस बड़ी उपलब्धि के पीछे सुन्दर की देश सेवा का जूनून और कड़ी मेहनत है।
आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बाद भी अपने लक्ष्य को प्राप्त किया- “जब हौसले हो बुलंद तो उड़ने के लिए पंखो की भी जरुरत नहीं होती है” इन पंक्तियों को सुन्दर बोरा ने अपने बुलंद हौसले से सिद्द्ध कर दिखाया। सुन्दर का बचपन काफी आर्थिक तंगी से होकर गुजरा है , बचपन में ही पिता राजेंद्र सिंह की मौत के बाद माता कलावती देवी ने अपने चार बच्चो को पिता की कमी का एहसास नहीं होने दिया और बहुत मुश्किल हालातो में इनका पालन पोषण किया।
देवभूमि दर्शन से बातचीत में सुन्दर कहते है की “उन अभावो का ही प्रभाव है की आज वो इस मुकाम पर है।” अपने सभी भाई बहनो में सुन्दर सबसे छोटे है बचपन से ही ऐसे विपरीत परिस्थितियों का सामना करने के बाद अपनी कड़ी मेहनत और देश सेवा की जूनून से करीब चार साल पहले वह सेना में भर्ती हो गए थे।
देश सेवा के दौरान ही चयन हुआ आर्मी कैडेट कोर में लेफ्टिनेंट के लिए – बचपन से ही देश प्रेमी और देश सेवा को अपना लक्ष्य बनाकर चलने वाले सुन्दर का अपने कड़ी परिश्रम से कुछ दिनों पहले ही आर्मी कैडेट कोर में लेफ्टिनेंट के लिए पदोन्नति हो गयी। सुन्दर ने सीडीएस की परीक्षा उत्तीर्ण करली है जिसके द्वारा उनका चयन आर्मी कैडेट कोर में हो गया है। जिस से उनके परिवार के साथ साथ पूरे गाँव में खुशी का माहौल है। इस अवसर पर जागेश्वर के विधायक गोविन्द सिंह कुंजवाल ,मनोज बोरा , प्रताप नेगी, अनिल चंद्र जोशी ,देवेंद्र नेगी , नरेंद्र दानू और अनेक ग्रामीणों ने उनके परिजनों को शुभकामनाएँ दी है।
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