Chamoli Disaster: ग्लेशियर टूटने (Glacier BuRst) के बाद चमोली के आपदाग्रस्त क्षेत्रों में जारी है रेस्क्यू ऑपरेशन..
बीते रोज चमोली (Chamoli Disaster) जिले के मलारी घाटी के सुमना क्षेत्र में ग्लेशियर के टूटने (Glacier Brust) की खबर मिलने के बाद जहां शासन-प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर रखें हुए हैं वहीं किसी अप्रिय घटना की आशंका से समूचे क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। नदी तटों के नजदीक रहने वाले लोगों को सचेेत करते हुए प्रशासन ने नदी किनारे ना जाने की सलाह दी है। खबर मिलते ही बीआरओ की टीमों ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। अभी तक मिल रही जानकारी के अनुसार जहां घटनास्थल से जान-माल के नुक़सान की कोई खबर नहीं है वहीं दूसरी ओर आपदाग्रस्त क्षेत्र से अभी तक बीआरओ के 291 जवानों का सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। भारतीय सेना की मध्य कमान ने रेस्क्यू ऑपरेशन की पुष्टि करते हुए यह जानकारी मीडिया को दी। बताया गया है कि आपातस्थिति को देखते हुए बीआरओ के साथ ही एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें भी घटनास्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई है।
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गौरतलब है कि बीते रोज राज्य के चमोली जिले से जोशीमठ 90 किलोमीटर दूर भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाली सड़क पर मलारी घाटी के सुमना क्षेत्र में एक ग्लेशियर के टूटने की खबर मिली थी। इस आपदा में बीआरओ का कैंप खतरे की जद में आ गया था। जिसके बाद जहां खबर मिलते ही बीआरओ की टीमें मौके की ओर रवाना हो गई थी वहीं केन्द्र सरकार की ओर से गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को हरसंभव मदद का आश्वासन देते हुए घटना की जानकारी ली। मुख्यमंत्री तीरथ स्वयं भी घटनास्थल से आ रही जानकारियों पर पल-पल नजर रखें हुए हैं।