चार सितंबर को खुलेंगे सिखों के पवित्र तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब (Hemkund Sahib) के कपाट, जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया (Swati Bhadauria) ने ली यात्रा की तैयारियों की समीक्षा बैठक..
देवभूमि उत्तराखंड के पांचवें धाम के रूप में प्रसिद्ध, सिखों के पवित्र तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब (Hemkund Sahib) के कपाट आगामी चार सितंबर को दस बजे के आसपास शुभ मुहूर्त में खुलेंगे। प्रसिद्ध तीर्थस्थल के कपाट खुलने की तय होते ही जहां सोमवार को धाम के लिए 48 यात्रियों का पहला जत्था भी रवाना हो गया है वहीं चमोली जिले की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया (Swati Bhadauria) ने हेमकुंड साहिब की यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में यात्रियों के लिए कई नियम भी जिलाधिकारी ने बताए जिनका इस पवित्र यात्रा के दौरान कठोरता से पालन कराया जाएगा। बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि इस बार हेमकुंड साहिब की यात्रा पर आने वाले हर श्रद्धालु को 72 घंटे पहले कोविड का आरटीपीसीआर टेस्ट कराना अनिवार्य होगा। नेगेटिव रिपोर्ट वाले श्रृद्धालुओं को ही प्रसिद्ध हेमकुंड साहिब के दर्शन करने की अनुमति होगी। इस दौरान उन्होंने यह भी साफ किया कि ट्रूू नॉट और एंटिजन टेस्ट की रिपोर्ट किसी भी दशा में मान्य नहीं होगी। इसके साथ ही एक दिन में अधिकतम 200 श्रद्धालुओं को ही गोविंदघाट से हेमकुंड जाने की अनुमति मिलेगी।
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यात्रियों को अपने साथ लानी होगी 72 घंटे पहले की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट, मास्क, सेनेटाइजर और सामाजिक दूरी का करना होगा पालन, बुजुर्ग श्रृद्धालुओं को यात्रा पर न आने की सलाह:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के चमोली जिले में स्थित सिखों के पवित्र स्थल हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी चार सितंबर से एक महीने और पांच दिनों के लिए श्रृद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले जाएंगे। बता दें कि सिखों के 10वें गुरु गोविंद सिंह की तपस्थली हेमकुंड साहिब के कपाट हर वर्ष मई महीने के दौरान खुलते थे, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते एहतियान अभी तक हेमकुंड साहिब के कपाट नहीं खोले गए थे। सोमवार को जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने सुरक्षित व सुगम यात्रा के लिए पेयजल, विद्युत, संचार, स्वास्थ्य, सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान जहां उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यात्रामार्ग व पड़ावों में सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं वहीं कोरोना महामारी के दृष्टिगत बनाए गए नियमों का श्रृद्धालुओं से कठोरता से पालन कराने के आदेश भी पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को दिए। बताते चलें कि इस बार यात्रा के दौरान गुरुद्वारों में सामाजिक दूरी, मास्क पहनना एवं कोविड के सभी नियमों का पालन करना अनिवार्य रहेगा। इसी के साथ जिलाधिकारी ने गुरुद्वारा प्रबंधन से बाहर से आने वाले उम्र दराज श्रद्धालुओं को यात्रा पर न आने की सलाह देने का आग्रह भी किया।
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