Uttarakhand kedarnath yatra helmets: गौरीकुंड- केदारनाथ मार्ग पर भूस्खलन का खतरा देखते हुए अब यात्री हेलमेट पहनकर पार करेंगे केदारघाटी ….
Uttarakhand kedarnath yatra helmets: उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश के दौरान भूस्खलन व पहाड़ियों से लगातार बोल्डर गिरने का खतरा मंडराता रहता है। ठीक इसी प्रकार से रुद्रप्रयाग जिले में स्थित गौरीकुंड केदारनाथ पैदल मार्ग पर बारिश के दौरान भूस्खलन की स्थिति उत्पन्न होती है जिसके चलते केदारनाथ धाम की यात्रा पर आने वाले कई यात्रियों को समस्याओं से गुजरना पड़ता है जिसको ध्यान में रखते हुए अब प्रशासन ने श्रद्धालुओं को हेलमेट पहनाकर रास्ता पार कराने की योजना बनाई है। इसके साथ ही जगह-जगह पर अनाउंसमेंट सिस्टम और अलर्ट लाइट्स भी लगाए जाएंगे जिससे विषम परिस्थितियों में यात्रियों को सतर्क किया जाएगा।
यह भी पढ़ें- Uttarakhand: वन तस्कर भुगतेंगे अंजाम आधुनिक हथियार बुलेटप्रूफ जैकेट से लैस होंगे वनकर्मी
Gaurikund Kedarnath Route news बता दें रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड केदारनाथ पैदल मार्ग पर भारी बारिश के दौरान भूस्खलन और बोल्डर गिरने का सिलसिला जारी रहता है जिसको ध्यान में रखते हुए अब यात्रियों की सुरक्षा के लिए उन्हें हेलमेट पहनाकर रास्ता पार कराया जाएगा जिसके लिए जगह-जगह पर अनाउंसमेंट सिस्टम और अलर्ट लाइट्स भी लगाई जाएगी ताकि यात्री विषम परिस्थितियों में सतर्क रह सके। दरअसल बीते बुधवार को शेरसी में मुख्यमंत्री के सचिव व गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे और आपदा सचिव विनोद कुमार सुमन ने केदारनाथ यात्रा और आपदा प्रबंधन को लेकर प्रशासन व विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने बीते 31 जुलाई को अतिवृष्टि के बाद उपजे हालात, मानसून सीजन और केदारनाथ यात्रा के दूसरे चरण पर विस्तार से चर्चा की जिसमें गढ़वाल कमिश्नर ने जिलाधिकारी सौरभ गहरवार को रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे और गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग की पुनर्स्थापना के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की।
यह भी पढ़ें- Uttarakhand: सरकारी स्कूलों के छात्र भी अब सीखेंगे रोबोटिक्स, 12वीं कक्षा तक चलेंगे कोर्स
uttarakhand Kedarnath yatra news उन्होंने शेष यात्रा को ध्यान में रखते हुए जरूरी कार्यों को प्राथमिकता से समय पर पूरा करने के निर्देश देते हुए सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच भूस्खलन व अति संवेदनशील स्थान पर मास्क और हेलोजन लाइट लगाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही बार-बार भूस्खलन से प्रभावित हो रहे हाईवे व पैदल मार्ग पर सुगम तथा सुरक्षित यात्रा के लिए गंभीरता के साथ कार्य करने को कहा है। वही आपदा सचिव विनोद कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री केदारनाथ यात्रा सुरक्षा पर नजर रखे हुए हैं जिसके लिए शासन स्तर पर निरंतर समीक्षा बैठक की जा रही है साथ ही मुआवजा पुनर्स्थापना के लिए 30 करोड़ रुपये भी स्वीकृत किए जा चुके हैं। बताया कि गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर सोनप्रयाग, जंगलचट्टी, रामबाड़ा, भीमबली सहित अन्य संवेदनशील स्थानों पर यात्रियों को हेलमेट पहनाकर रास्ता पार कराया जाएगा।
यह भी पढ़ें- Uttarakhand weather rain update: भारी बारिश का अलर्ट जारी, 4 दिन जमकर बरसेंगे मेघ