Uttarakhand cough syrup news : अहमदाबाद में बना कफ सिरप उत्तराखंड में बैन, सिरप के सैंपल कई राज्य मे फेल..
Uttarakhand 3 cough syrup Colddrif Dextromethorphan Hydrobromide Respifresh TR banned medicine made in ahmedabad live news today : देशभर में खाँसी जुकाम के लिए इस्तेमाल होने वाला कफ सिरप इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। इतना ही नहीं बल्कि देश के कुछ हिस्सों में कफ सिरप से बच्चों की मौत के अधिकांश मामले सामने आ चुके हैं, जिससे पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है। वही इस बीच उत्तराखंड में कफ सिरप रेस्पिफ्रेश टीआर को प्रतिबंधित कर दिया गया है। बताते चले गुजरात में बने इस सिरप के सैंपल अधिकांश राज्यों की जांच में फेल हो गए है ऐसे में सतर्कता बरतते हुए उत्तराखंड में इस पर प्रतिबंध लगाया गया है।
यह भी पढ़े :Cough Syrup kids advisory: छोटे बच्चों को ना पिलाएं कफ सिरप सरकार ने जारी की एडवाइजरी खांसी दवाई
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार देशभर के कई हिस्सों में कफ सिरप से बच्चों की मौत के मामले सामने आने से पूरे देश मे सनसनी फैल गई है। वही कफ सिरप को लेकर विभिन्न राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया गया है तथा कफ सिरप की जांच के लिए लगातार सैंपल भेजे जा रहे हैं। इस बीच उत्तराखंड सरकार ने बच्चों की खांसी के सिरप कोल्डड्रिफ और डेक्सट्रोमेथोरफेन हाइड्रोब्रोमाइड की बिक्री पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही विभिन्न मेडिकल स्टोर्स और अस्पताल में छापेमारी कर 49 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।
अहमदाबाद में तैयार रेस्पिफ्रेश टीआर कफ सिरप उत्तराखंड मे हुआ प्रतिबंधित
दरअसल मध्य प्रदेश और राजस्थान में कफ सिरप से बच्चों की मौत के मामले सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने एडवाइजरी जारी की थी जिसके तहत 2 साल से कम उम्र के बच्चों को कफ सिरप ना देने और चार साल से कम उम्र के बच्चों के मामले में विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए थे। इतना ही नहीं बल्कि गुजरात के अहमदाबाद में तैयार रेस्पिफ्रेश टीआर कफ सिरप को उत्तराखंड में प्रतिबंधित कर दिया गया है। गुजरात में बने इस सिरप के सैंपल कई राज्यों में फेल हो चुके हैं। बताते चलें ड्रग डिपार्टमेंट ने प्रतिबंधित दवाओं पर सख्ती से अमल करते हुए उक्त सिरप के साथ ही पूर्व प्रतिबंधित की गई सभी दवाओं का स्टॉक दुकानों से हटवाया जा रहा है। डॉक्टरों से भी प्रतिबंध सिरप नहीं लिखने को कहा जा रहा है।
उत्तराखंड की सभी ताजा खबरों के लिए देवभूमि दर्शन के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़िए।।