दिल्ली (Delhi) के होटल में नौकरी करता था अल्मोड़ा (Almora)जिले का रहने वाला मृतक युवक, परिजनों का आरोप होटल मालिक की लापरवाही से गई युवक की जान ..
देवभूमि उत्तराखंड लगातार पलायन भूमि में तब्दील होती जा रहा है। पहाड़ में रोजगार के अवसर उपलब्ध ना होने से अधिकांश युवाओं को 8-10 हजार की नौकरी करने के लिए भी दिल्ली (Delhi), मुम्बई, गुजरात आदि जगह जाना पड़ रहा है। इस 8-10 हजार की नौकरी में भी राज्य के युवाओं से बेतहाशा परिश्रम तो कराया जाता है परन्तु उनके स्वास्थ्य आदि का ध्यान नहीं रखा जाता, यहां तक कि तबीयत खराब होने पर उनकी खबर तक नहीं पूछी जाती जिससे कई बार वो या तो अपाहिज होकर घर को लौटाने पर मजबूर हो जाते हैं या फिर उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ती है। ऐसा ही कुछ इस बार राज्य के अल्मोड़ा(Almora) जिले के रहने वाले सोबन सिंह के साथ हुआ है, जो दिल्ली के एक होटल में काम करता था। सोबन के परिजनों ने आरोप लगाया है कि होटल (रेस्टोरेंट) के मालिक की लापरवाही से 15 दिन पहले करंट लगने से उसकी मौत हो गई लेकिन होटल मालिक ने परिजनों को इसका मुआवजा देना तो दूर, सोबन को अस्पताल भी नहीं पहुंचाया। परिजनों का कहना है कि मौत की खबर मिलने के बाद जब उन्होंने खुद दिल्ली जाकर मृतक का पोस्टमार्टम कराया, जिसकी रिपोर्ट उन्हें अभी तक नहीं मिली है।
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड पुलिस के हेड कांस्टेबल की संदिग्ध हालात में मौत, परिजनों में मचा कोहराम
परिवार का इकलौता कमाऊ सदस्य था मृतक युवक, परिजनों ने अब लगाई राज्य सरकार से न्याय की गुहार:-
प्राप्त जानकारी अनुसार मूल रूप से राज्य के अल्मोड़ा जिले के भैंसियाछाना ब्लॉक के खांकरी गांव निवासी सोबन सिंह पुत्र चंदन सिंह दिल्ली लक्ष्मीनगर के विजय चौक स्थित में एक होटल में काम करता था। बताया गया है कि 15 दिन पहले ड्यूटी के दौरान करंट लगने से सोबन की मौत हो गई। सोबन के परिजनों ने उसकी मौत के लिए होटल मालिक को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि सोबन लाकडाउन के दौरान घर आया था परंतु उसके मालिक ने करीब एक महीने पहले उसे फोन करके वापस बुला लिया लेकिन जब उसे करंट लगा तो न उसकी सुध ली और न ही उसे अस्पताल पहुंचाया। यहां तक कि उन्हें न तो होटल मालिक के द्वारा और न ही दिल्ली सरकार से सोबन की मौत का मुआवजा मिला। अपने इकलौते कमाऊ सदस्य की मौत की खबर सुनकर परिजनों में कोहराम मच गया। आनन-फानन में वह दिल्ली पहुंचे जहां उन्होंने मृतक सोबन के शव का पोस्टमार्टम भी खुद ही कराया। परंतु उन्हें अभी तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी नहीं मिली है। परिजनों ने अब स्थानीय जनप्रतिनिधियों और राज्य सरकार से न्याय की गुहार लगाई है। जिस पर पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक ने भी डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और सांसद अनिल बलूनी को ज्ञापन भेजकर परिजनों को न्याय दिलाने की मांग की है। ज्ञापन में उन्होंने लिखा है कि परिवार के इकलौते कमाऊ सदस्य की मौत से अब परिजनों के सामने रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है।
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड के तहसीलदार की गाड़ी जा समाई नहर में, तहसीलदार समेत तीन की मौके पर ही मौत