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Syanachatti lake Uttarkashi flood another disaster latest news today
Image : social media ( Syanachatti lake Uttarkashi flood)

UTTARAKASHI

Uttarkashi disaster: उत्तरकाशी में फिर जलप्रलय स्यानाचट्टी में बनी झील डूबा पूरा इलाका

Syanachatti lake Uttarkashi flood: धराली के बाद   स्यानाचट्टी के बिगड़े हालात, पूरा क्षेत्र पानी में डूबा, लोगों से खाली करवाए घर...

Syanachatti lake Uttarkashi flood another disaster latest news today: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है जहां पर अभी खतरा पूरी तरह से टला नहीं है क्योंकि यहां पर कुदरत का कहर कुछ इस कदर बरप रहा है कि धराली के बाद अब स्यानाचट्टी खतरे की जद में आ चुका है। इतना ही नहीं बल्कि इस स्थान पर कुपड़ा खड्ड मे मलबे और बड़े पत्थर आने से यमुना नदी में बने झील का जलस्तर फिर से बढ़ने लगा है जिससे स्यानाचट्टी के घरों और होटलों में पानी घुस गया है जिससे लोग एक बार फिर से दहशत में आ चुके हैं।

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अभी तक मिली जानकारी के अनुसार उत्तरकाशी जिले के स्यानाचट्टी, कुथनौर और खरादी के बिगड़ते हालात को देखते हुए प्रशासन ने सभी घरों और होटलों को खाली करवा दिया है जबकि 300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। खतरे को देखते हुए कुथनौर और खरादी के लोग अपने मूल गांवों स्यालना, पुजारगांव, पाली और भंसाड़ी में शिफ्ट हो गए हैं। हालांकि बीते गुरुवार को दोपहर के समय मौसम साफ होने के बाद जलस्तर कम हुआ लेकिन देर शाम को फिर से मलबा आने के कारण यह दोबारा से बढ़ गया जबकि स्यानाचट्टी के दाएं और बहने वाले कुपडा में तेज धूप में भी लगातार मलवा और पत्थर बहकर आ रहे थे। वहीं इससे पहले जून के अंत में बनी झील का बहाव फिर से रुक गया जबकि सिंचाई विभाग की तीन पोकलेन मशीनें लंबे समय से यमुना नदी के बहाव को ठीक करने का काम कर रही है लेकिन बार-बार मलवा आने से काम में बाधा उत्पन्न हो रही है।

स्थानीय निवासियों ने की स्थायी समाधान की माँग

स्थानीय निवासी जयपाल सिंह रावत, बलदेव सिंह, चित्रमोहन राणा व नवदीप रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि खुले मौसम के बावजूद भी कुपड़ा खड्ड में मलबा आने से यमुना नदी का प्रवाह रुका हुआ है जिस पर उन्होंने इन पत्थरों को हटाने और स्यानाचट्टी की सुरक्षा के लिए स्थायी समाधान की मांग की है। जिसके तहत जिला प्रशासन के साथ-साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें खरादी में मौजूद हैं, हालांकि स्यानाचट्टी में बना यमुनोत्री हाईवे का पुल भी झील के बढ़ते जलस्तर में आधा डूब गया है। इस वजह से राहत और बचाव दल आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं जो एक गंभीर समस्या का विषय बन गया है।

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