Munsyari scooty bulet accident: नशे में धुत बुलेट सवार युवक ने स्कूटी सवार महिला को मारी टक्कर, चली महिला की जिंदगी, दो बच्चे हुए अनाथ..
brindra ralmawal died in scooty bulet accident Munsyari Pithoragarh hospital referral system Uttarakhand news today: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले से एक दुखद खबर सामने आ रही है जहां पर नशे में धुत बुलेट सवार युवक ने स्कूटी सवार महिला को जोरदार टक्कर मारी जिसके चलते महिला की जिंदगी चली गई। हादसे के बाद से मृतका के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है वही दो बच्चों के सिर से मां का साया हमेशा के लिए उठ गया है। महिला की मौत के बाद से परिजनों समेत स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है।
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार पिथौरागढ जिले के मुनस्यारी मे टैक्सी स्टैंड से थाना बैंड के बीच नशे में धुत बुलेट सवार युवक ने स्कूटी सवार महिला बिंद्रा रल्मवाल को जोरदार टक्कर मारी। जिसके कारण महिला को घायल अवस्था में स्थानीय लोगों द्वारा अस्पताल पहुंचाया गया था। जहां पर डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार करने के बाद बताया की महिला के सिर पर गंभीर चोट है और कान से खून बह रहा है। ऐसी स्थिति में महिला को बेहतर इलाज के लिए जिला चिकित्सालय रेफर करना होगा।
दो मासूम बच्चे हुए अनाथ
इसके बाद परिजन तुरंत 108 वाहन से महिला को पिथौरागढ़ लेकर पहुंचे। हालांकि महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए फिर से उसे रेफर करना पड़ा जिसके कारण महिला के परिजन उसे हल्द्वानी ले गए लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही महिला ने दम तोड़ दिया। बताते चले बिंद्रा के पति की 2 साल पहले मौत हो गई थी और अब बिंद्रा की मौत से परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। बिंद्रा के दो छोटे बच्चे भी हैं जिनमे एक बच्चा मानस कक्षा 6 में अध्यनरत है जबकि बेटी गीतांक्षी कक्षा 1 में पढ़ती है। मां की मौत के बाद से दोनों बच्चे बेसहारा हो गए हैं।
महिला की मौत से लोगों में भारी आक्रोश
बिंद्रा की मौत की सूचना जैसे ही मुनस्यारी पहुंची तो वहां के लोगों में शोक की लहर दौड़ गई। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने आक्रोश में आकर बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सोशल मीडिया पर भारी आक्रोश जताया। जिस पर उनका कहना है कि मुनस्यारी में कानून व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए। लोगों का कहना है कि कई बार मीटिंग और लिखित रूप से यातायात व्यवस्था और बाहरी लोगों के सत्यापन के लिए कहा गया है, लेकिन पुलिस प्रशासन इस पर कोई एक्शन नहीं लेती है। जिससे ऐसा लगता है कि मानो पुलिस किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहे हो। उनका कहना है कि यदि व्यवस्था को शीघ्र ठीक नहीं किया गया तो पुलिस की लचर प्रणाली के खिलाफ आंदोलन छेड़ा जाएगा।