Connect with us
Uttarakhand principal bharti policy 2025 age limit increase cabinet meeting
Image : सांकेतिक फोटो ( Uttarakhand principal bharti policy)

UTTARAKHAND NEWS

Uttarakhand principal bharti: उत्तराखण्ड प्रधानाचार्य सीधी भर्ती प्रस्ताव मंजूर, उम्र सीमा भी बढ़ी

Uttarakhand principal bharti policy: अब 55 साल के शिक्षक भी सीधी भर्ती से बन सकेंगे प्रधानाचार्य, कैबिनेट बैठक में प्रस्ताव को मिली मंजूरी...

Uttarakhand principal bharti policy 2025 age limit increase cabinet meeting    : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में बीते बुधवार को कैबिनेट बैठक का आयोजन किया गया था जिसमें तीन महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर धामी सरकार की मुहर लगी जिसमे उत्तराखंड राज्य शैक्षिक अध्यापन संवर्ग राजपत्रित सेवा नियमावली 2022 में संशोधन को मंजूरी दे दी गई है जिसके तहत प्रधानाचार्ययों के रिक्त 50 फीसदी पदों पर विभागीय भर्ती परीक्षा के लिए तीन बड़े बदलाव किए गए हैं।

यह भी पढ़े :उत्तराखण्ड: प्रधानाचार्य‌ भर्ती 692 पदों पर जल्द परीक्षा तिथि घोषित uttarakhand principal bharti

अभी तक मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के एलटी संवर्ग के सहायक अध्यापक 15 साल की सेवा पूरी होने पर प्रधानाचार्य भर्ती में शामिल हो सकेंगे इसके साथ ही ऐसे प्रवक्ता जिनके पास BED की डिग्री नहीं है वह भी इसके लिए पात्र माने जाएंगे। वही प्रधानाचार्य भर्ती की आयु सीमा भी बढ़ा दी गई है जिसके तहत अब राजकीय इंटर कॉलेजों के प्रधानाचार्य के 50 फ़ीसदी पदों पर विभागीय परीक्षा में 15 वर्ष की सेवा पूरी कर चुके एलटी शिक्षकों को भी शामिल किया जा सकेगा।

10 साल की सेवा पूरी कर चुके शिक्षक भी प्रधानाचार्य भर्ती के लिए कर सकते है आवेदन

इसके अलावा सहायक अध्यापक एलटी से पदोन्नत ऐसे शिक्षक जो प्रवक्ता पद पर 10 साल की सेवा पूरी कर चुके हैं वह भी प्रधानाचार्य पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। बताते चले प्रधानाचार्य भर्ती को लेकर फंसे पेंच की वजह से 1385 राजकीय इंटर कॉलेज में 1180 पद रिक्त चल रहे हैं जबकि पिछले साल विभागीय भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी जिसके लिए 662 पदो पर 2900 से अधिक शिक्षकों ने आवेदन किया था लेकिन शिक्षकों के विरोध के बीच 29 सितंबर 2024 को इस भर्ती पर रोक लगानी पड़ी थी।

55 साल के शिक्षक भी बन सकेंगे प्रधानाचार्य

धामी सरकार ने प्रदेश के राजकीय इंटर कॉलेजों में 50 से बढाकर 55 साल के शिक्षकों को भी विभागीय सीधी भर्ती से प्रधानाचार्य बनने का मौका दिया है। इसके अलावा प्रवक्ताओं के लिए B.Ed की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है यानी जिसके पास BED की डिग्री नही होगी वो भी प्रधानाचार्य भर्ती में सीधे तौर पर शामिल हो सकता है। इतना ही नहीं बल्कि 2 वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके हाई स्कूल के प्राध्यापक और 10 वर्ष की सेवा पूरी कर चुके प्रवक्ता भी इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य की विभागीय भर्ती में शामिल हो सकेंगे।

उत्तराखंड की सभी ताजा खबरों के लिए देवभूमि दर्शन के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़िए।।

More in UTTARAKHAND NEWS

To Top
हिमाचल में दो सगे नेगी भाइयो ने एक ही लड़की से रचाई शादी -Himachal marriage viral पहाड़ी ककड़ी खाने के 7 जबरदस्त फायदे!