Delhi Dehradun expressway update: दिल्ली – देहरादून एक्सप्रेसवे के बीच रोड़ा बना एक मकान , हाईकोर्ट में चल रहा मामला….
Delhi Dehradun expressway update: गौरतलब हो कि दिल्ली से उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून के बीच एक्सप्रेसवे का कार्य चल रहा जिससे दिल्ली- देहरादून का सफर मात्र ढाई घंटे में पूरा किया जा सकेगा इससे न केवल समय की बचत होगी बल्कि यात्रा भी अधिक आरामदायक और सुविधाजनक हो जाएगी। दरअसल यह परियोजना देश के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जिसका कार्य दिल्ली अक्षरधाम से लेकर बागपत तक पूरा चुका है लेकिन इसी बीच मंडोला के आसपास यह प्रोजेक्ट एक मकान की वजह से अटक चुका है।
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Delhi Dehradun expressway project status: बता दें दिल्ली देहरादून एक्सप्रेस वे अक्षरधाम से लेकर बागपत तक बनकर तैयार हो चुका है जिसकी टेस्टिंग की प्रक्रिया भी जारी है लेकिन इसी बीच मंडोला के आसपास यह प्रोजेक्ट अटक गया है। जिसकी मुख्य वजह एक घर का होना है जो एक्सप्रेस वे के रास्ते में रोडा बना है इसका मामला हाईकोर्ट में चल रहा है। दरअसल 10 जुलाई को इस प्रकरण की सुनवाई होनी थी लेकिन अगली डेट लग जाने की वजह से मामला एक बार फिर से अटक गया है तथा जब तक यह प्रकरण फाइनल नहीं होता तब तक इस सर्विस रोड का निर्माण नहीं किया जा सकता जिस वजह से प्रोजेक्ट अधूरा माना जाएगा। इसके अलावा दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे के एलटीवेटड रोड को खोला जा सकता है लेकिन सर्विस रोड को नही खोला जा सकता। इससे हज़ारो लोगों को समस्या का सामना करना पड़ेगा। वहीं इसी महीने एनएचआई इस प्रोजेक्ट को लोगों के लिए खोलने की तैयारी कर रहा था जिसका निस्तारण हाईकोर्ट द्वारा किया जा चुका है।
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बता दें कि अभी यात्री दोनों शहरों के बीच यात्रा करने के लिए दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल करते हैं जिसमें लगभग 6 घंटे लगते हैं लेकिन दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेसवे बनने से यात्रा लगभग ढाई घंटे मे पूरी की जा सकेगी। वहीं दूसरी तरफ इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से लोनी और यमुनापार के लोगों को भी राहत मिल सकेगी। मंडोला के पास एक व्यक्ति का घर बना हुआ है जिसके कारण 1.6 हेक्टेयर जमीन को आवास विकास परिषद की ओर से अधिग्रहण करके फ्री मे दिया जाना था लेकिन इस जमीन के अधिग्रहण के दौरान रेट को लेकर विवाद हो गया जिसके चलते मामला कोर्ट तक पहुंच गया। इस वजह से सर्विस रोड का 70 मीटर का निर्माण कार्य अधूरा पड़ गया है।