Happy harela wishes 2024: जानें लोकपर्व हरेला की खासियत, किसकी पूजा होती है इस दिन
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हरेला पर होती है डिकर पूजा Happy harela wishes image 2024:
Happy harela wishes image 2024 हरेला पर्व के दौरान डिकर पूजा होती है डिकर मतलब पूजा के लिए मूर्ति या वनस्पतियों से बनाई जाने वाली देव मूर्तियां होती है जिनका निर्माण मुख्यतः कुमाऊं मंडल में हरेला त्यौहार और सातू आठू जन्माष्टमी पर किया जाता है। इस दिन कुमाऊं के पुरोहित वर्गीय समाज के द्वारा शिव पार्वती के विवाह का दिन माना जाता है। इसलिए इस दिन शिव परिवार के सभी सदस्यों के मिट्टी के डिकरे बनाकर उन्हें हरियाली के पूडो के बीच स्थापित करके उनका विधिवत पूजन किया जाता है।
(Happy Harela 2024 wishes image)
बता दें कि डीकरे बनाने के लिए चिकनी मिट्टी रुई और पानी के मिश्रण को कूट-कूट कर उसे लचीला बना लिया जाता है तत्पश्चात उसे मूर्ति का आकार दिया जाता है जिसके चलते भगवान शिव, पार्वती गणेश और कार्तिकेय की मूर्तियां बनाई जाती है जीने छाया में सुखाया जाता है। इसके बाद चावल आदि के लेप लगाकर सूखने के बाद इनके हाथ और पैर बनाए जाते हैं मूर्ति के शरीर पर रंग भरकर बारीक सीक से आंख और कान बनाए जाते हैं। बाद में वस्त्र आभूषणों को रंग से भर दिया जाता है। इस तरह हरेला की पूर्व संध्या पूजन के लिए इन मूर्तियों को डीकारे कहा जाता है। (Happy Harela 2024)
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