Koli Dhek lake Lohaghat: प्रशासन की कोशिश हुई सफल, जिले का नया टूरिस्ट हब बन रही है कोली ढेक झील, पर्यटकों को हो रहा कश्मीर की वादियों का एहसास….
Koli Dhek lake Lohaghat
उत्तराखंड के चंपावत जिले में अब मिलेगा आपको कश्मीर का एहसास बिल्कुल चंपावत जिले के लोहाघाट क्षेत्र में सिंचाई विभाग द्वारा कोली ढेक झील का निर्माण किया गया है। चारों ओर से देवदार के पेड़ों से घिरा हुआ यह क्षेत्र वाकई अपने आप में कश्मीर की खूबसूरत वादियों से कम नहीं है। सिंचाई विभाग द्वारा बनाई गई यह कृत्रिम झील लगभग 30 करोड रुपए की लागत से बनी है। झील की लंबाई जो है लगभग डेढ़ किलोमीटर है चौड़ाई 80 मी और गहराई लगभग 21 मीटर है।
Koli Dhek jheel Champawat
आपको बता दें कि कोली ढेक झील लोहाघाट से पाटी देवीधुरा रोड पर 2किमी और चंपावत मुख्यालय से 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अगर बात करें इस झील के निर्माण के संबंध में तो वर्ष 2017-18 के आसपास इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ था और फिर कोरोना महामारी के चलते इसका कार्य रुक गया और दिसंबर 2022 में इसे पूर्ण कर लिया गया। यहां पर पर्यटक बोटिंग से लेकर बलून एक्टिविटी का लुफ्त उठाते हैं। अगर बात करें नौकायन किराए की तो यहां पर 2 सीटर का किराया है 300 प्रति आधा घंटा और 4 सीटर का है 400 प्रति आधा घंटा। यह भी पढ़ें- उत्तराखंड: त्रिलोक रावत और उनके दो बेटों ने तैराकी में रचा इतिहास पार कर दी टिहरी झील
KoliDhek Lake
लोहाघाट क्षेत्र में इस झील के बनने के बाद से अब स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर खुल गए हैं क्योंकि यहां पर जो नावे हैं और फास्ट फूड और आइसक्रीम की दुकानें हैं वे सभी स्थानीय युवाओं की हैं। फिलहाल युवाओं ने पर्यटन विभाग से लोन लेकर 26 वोट संचालित की हुई है और अब पर्यटन विभाग के द्वारा पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए इसमें अन्य योजनाओं पर भी कार्य किया जा रहा है। सबसे खास बात तो यह है कि कोलीढेक झील लोहाघाट नगर पालिका सहित आसपास के गावों की एक बड़ी आबादी को हो रही पानी की समस्या से भी निजात दिलाएगी । आपको यह भी बता दें कि कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत भी इस खूबसूरत झील का निरीक्षण कर चुके हैं उन्होंने इसमें और अधिक सुविधाओं को बढ़ाने के लिए भी अपनी तरफ से पहल करने की बात कही है।