uttarakhand: बच्चे-बच्चे की जुबां पर होगा देश के वीर सपूत राहुल रैंसवाल का नाम..
चम्पावत का आदर्श राजकीय इंटर कॉलेज अब ‘शहीद राहुल रैंसवाल‘ के नाम से जाना जाएगा। इस संबंध में राज्य सरकार (uttarakhand government) द्वारा आज शासनादेश जारी कर दिया गया है। बता दें कि यह वही इंटर कॉलेज है जहां से शहीद राहुल ने अपनी शिक्षा-दिक्षा ग्रहण की थी। शासनादेश जारी होने से जहां राहुल के परिजन खुश हैं वहीं क्षेत्रवासियों ने भी सरकार के इस कदम की सराहना की है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि सरकार के इस सराहनीय कदम से देश के इस वीर सपूत राहुल रैंसवाल का नाम अब बच्चे-बच्चे की जुबां पर होगा। जहां एक ओर क्षेत्रवासियों ने इसे शहीद के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि बताया वहीं दूसरी ओर उनका कहना था कि राहुल से प्रेरित होकर क्षेत्र के अन्य बच्चे भी उसी के समान बाहदुर एवं साहसी बनेंगे। राहुल के परिजन सरकार के इस कदम से खुश तो है परन्तु पूरी तरह संतुष्ट नहीं। उन्होंने सरकार से शहीद राहुल की वीरांगना को सरकारी नौकरी देने, मंच-तामली सड़क का नाम शहीद को समर्पित करने ,शहीद स्मारक बनाने और सीमांत लेटी रियांसी बमनगांव रोड का नाम शहीद राहुल के नाम पर करने को लेकर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है।
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इसी स्कूल से की थी शहीद राहुल ने पढ़ाई:- राज्य(uttarakhand) के चम्पावत जिले के कनलगांव स्थित राजकीय इंटर काॅलेज चम्पावत अब शहीद राहुल सिंह रैंस्वाल इंटर काॅलेज के नाम से जाना जाएगा। इस सम्बन्ध में सरकार की ओर से शासनादेश भी आज जारी कर दिया गया है। सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम की ओर से आज जारी इस शासनादेश में निदेशक माध्यमिक शिक्षा द्वारा दिए गए प्रस्ताव को राज्यपाल ने स्वीकृति प्रदान कर जीआईसी का नाम परिवर्तित कर शहीद के नाम पर रखे जाने की घोषणा की गई है। विदित हो कि बीते 21 जनवरी को आतंकवादियों से मुकाबला करते हुए चम्पावत जिले के जीआईसी रोड निवासी 26 वर्षीय युवा सिपाही राहुल सिंह रैंस्वाल जम्मू कश्मीर के अवंतीपोरा में शहीद हो गए थे। जिसके बाद शहीद राहुल की शहादत को श्रृद्धांजलि देने राज्य के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय भी शहीद के घर पर गए थे। इस दौरान उन्होंने परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा था कि सरकार उनके साथ सदैव खड़ी है जिस पर शहीद के पिता पूर्व सैनिक वीरेंद्र सिंह रैंस्वाल ने शिक्षा मंत्री के समक्ष अपनी कुछ मांगे रखी थी, जिसके बाद शिक्षामंत्री ने जीआईसी चम्पावत का नाम एक सप्ताह के भीतर शहीद राहुल सिंह रैंस्वाल के नाम पर करने और अन्य मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की बात कही थी।
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