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Pithoragarh bangapani news: पिथौरागढ़ बंगापानी में गरारी से नदी में गिरे प्रेम नेगी गई जिंदगी
Bangapani Pithoragarh news today : गरारी से गिरकर व्यक्ति की गई जिंदगी, परिवार मे इकलौते कमाने वाले सदस्य थे प्रेम सिंह नेगी, परिजनो मे मचा कोहराम
prem singh negi died fell into serghatiya river bangapani Pithoragarh Uttarakhand latest news today : उत्तराखंड को बने 25 साल हो गए हैं, लेकिन आज भी प्रदेश के ऐसे कई सारे इलाके मौजूद हैं ,जहां पर ना तो सड़क की उचित सुविधा है और ना ही नदियो को पार करने के लिए मजबूत पुल बनाए गए हैं। जिसके कारण आए दिन लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी ही कुछ खबर पिथौरागढ़ जिले से सामने आ रही है जहां पर नदी को पार करने के लिए गरारी बनाई गई है जो आए दिन लोगो की मौत की जिम्मेदार बन रही है।
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अभी तक मिली जानकारी के अनुसार पिथौरागढ़ जिले के बंगापानी के सेरघटिया के टांगा के निवासी 53 वर्षीय प्रेम सिंह नेगी पुत्र रूद्र सिंह नेगी बीते शनिवार को अपने ससुराल फर्वेकोट गांव पहुँचे थे। जिसके बाद वो बीते शनिवार की शाम को लौटते समय सेरघटिया नदी पर मौजूद एकमात्र विकल्प गरारी से आवाजाही कर रहे थे। तभी आवाजाही के दौरान वो अचानक से गरारी से गिर गए।
परिजनो को लगा ससुराल मे रुके है प्रेम
काफी वक्त गुजर जाने के बाद जब प्रेम सिंह घर वापस नहीं लौटे तो उनके परिजनों को उनकी चिंता सताने लगी। फिर उन्हें लगा कि प्रेम सिंह ससुराल में ही रुक गए होंगे। हालांकि जब बीते रविवार की सुबह कुछ लोग नदी की तरफ जा रहे थे तो उन्हें नदी किनारे प्रेम सिंह पड़े मिले। इसके बाद लोग प्रेम सिंह के निकट पहुंचे तो उनके होश उड़ गए क्योंकि प्रेम सिंह की मौत हो चुकी थी।
प्रेम सिंह की मौत की खबर पर पहुँची पुलिस की टीम
प्रेम सिंह की मौत की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची जहां पर उन्होंने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस घटना की बाद से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई, इतना ही नहीं बल्कि लोगों ने सिस्टम के प्रति आक्रोश भी जताया है। लोगों का कहना है कि लंबे समय से गरारी क्षतिग्रस्त है, बावजूद इसके सर्विसिंग नहीं की गई और ना ही इसकी ग्रीसिंग की गई। इस लापरवाही के चलते प्रेम सिंह की मौत हुई है।
प्रेम सिंह घर के थे इकलौते कमाऊ सदस्य
बताते चलें प्रेम सिंह घर के इकलौते कमाने वाले सदस्य थे जिनका एक बेटा और एक बेटी है जो नाबालिक है। प्रेम सिंह की मौत के बाद से उनकी पत्नी और बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल है। लोगों का कहना है कि यदि नदी पर पुल बना होता तो शायद प्रेम सिंह की जिंदगी बच जाती।
समय पर नही मिली घटना की जानकारी
बताया जा रहा है कि बंगापानी तहसील के टांगा, बिंदी, फर्वेकोट, बोना, तोमिक, गोल्फा सहित अन्य कई ऐसे गांव हैं जो आज भी मोबाइल फोन व संचार सेवा से वंचित हैं। इस बदहाल व्यवस्था के कारण लोग लगातार परेशानी झेल रहे हैं। प्रेम सिंह ससुराल से घर लौटते समय गरारी से गिर गए थे। जिसकी जानकारी परिजनों को नहीं मिली। यदि संचार सेवा दुरुस्त होती तो यह जानकारी परिजनों को मिल जाती और देर रात तक घर न पहुंचने पर परिजन उनकी खोजबीन शुरू करते। यदि समय रहते घटना का पता चल जाता तो इलाज मिलने से शायद आज प्रेम सिंह अपने परिजनों के बीच होते।
ग्राम प्रधान ने दी आमरण अनशन की चेतावनी
ग्राम प्रधान विक्रम सिंह बथ्याल ने कहा की राज्य स्थापना के 25 साल बाद भी उनके गांव के आसपास और कई गांव में संचार सेवा उपलब्ध नहीं है। इतना ही नहीं बल्कि आवाजाही के लिए सड़क तो छोड़िए दूर नदियों गधेरो पर पुल तक नहीं बन सके हैं जिसके कारण आए दिन लोगों की जान गरारियो से जा रही है। ग्राम प्रधान का कहना है कि यदि जल्द से जल्द गरारियों की जगह पक्के पुल का निर्माण शुरू नहीं किया गया तो क्षेत्र के लोग आमरण अनशन शुरू करेंगे।
