Swastika Joshi Uttarakhand Gaurav award: आगामी 18 दिसंबर को देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वस्तिका जोशी को शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम के लिए बाल गौरव सम्मान से करेंगे सम्मानित….
Swastika Joshi Uttarakhand Gaurav award : उत्तराखंड की बेटियां आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है वह विभिन्न क्षेत्रों में अपनी मेहनत, लगन व प्रतिभा के दम पर सफलता के नए-नए आयामों को छू रही हैं और साथ ही अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से राज्य का नाम भी रोशन कर रही हैं। इतना ही नहीं यहां की बहुत सारी बेटियां भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना में महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत है जो देश की रक्षा में अपना महत्वपूर्ण योगदान तो दे ही रही है लेकिन इसके अलावा प्रदेश की कुछ बेटियां नृत्य और गायन के क्षेत्र में भी अपनी विशेष पहचान बना रही है जो पूरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है इतना ही नही बल्कि समाज मे बदलाव लाकर अन्य बेटियों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनती जा रही है। हम आए दिन आपको ऐसी ही होनहार बेटियों से रूबरू करवाते रहते हैं जो किसी विशिष्ट क्षेत्र में अपनी मेहनत के जरिए पहचान बना रही है। आज हम आपको नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर की महज 11 वर्षीय स्वस्तिका जोशी से रूबरू करवाने वाले हैं जिन्हें शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम के क्षेत्र में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री द्वारा बाल गौरव सम्मान से पुरस्कृत किया जाएगा।
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Swastika Joshi Haldwani Nainital बता दें नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर की स्वस्तिका जोशी को शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम के क्षेत्र में भारत के कई प्रतिष्ठित मंचों में उत्तराखंड का मान बढ़ाने के लिए उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग , उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा आगामी 18 दिसंबर को देहरादून में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उत्तराखंड बाल गौरव सम्मान से नवाजा जाएगा। दरअसल महज 11 वर्ष की स्वस्तिका जोशी दक्षिण भारत की शास्त्रीय नृत्य शैली भरतनाट्यम नृत्य का दिल्ली आगरा ,शिमला ,उज्जैन समेत विभिन्न स्थानों पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुकी है जिसके चलते उन्हें बाल गौरव सम्मान से नवाजा जाएगा।
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बताते चले स्वस्तिका ने 6 वर्ष की उम्र से भरतनाट्यम नृत्य की शिक्षा गुरु शिष्य परंपरा के अंतर्गत प्रतिष्ठित गुरु शुभम खोवाल से लेना शुरू किया था। जबकि 7 वर्ष की आयु में स्वस्तिका ने वायलिन वादन की प्रारंभिक शिक्षा आचार्य हरिश्चंद्र पंत से प्राप्त की तत्पश्चात स्वस्तिका अब दिल्ली में वरिष्ठ गुरु पंडित शंकर प्रसन्ना से वायलिन की शिक्षा प्राप्त कर रही है। बताते चले वर्तमान मे स्वस्तिका जोशी हल्द्वानी के सेंट थेरेसा स्कूल में कक्षा 6 की छात्रा है। इससे पहले हाल ही में स्वस्तिका को उत्तर प्रदेश सरकार ने बनारस में नमो घाट और अस्सी घाट में आयोजित कार्यक्रम में भरतनाट्यम की एकल प्रस्तुति के लिए आमंत्रित किया था। स्वस्तिका जोशी का इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए चयनित होने पर उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।