UTTARAKASHI
Rajiv Pratap Journalist: उत्तरकाशी पत्रकार राजीव प्रताप की मौत का बड़ा खुलासा
Rajiv Pratap journalist Uttarkashi : पत्रकार राजीव प्रताप की मौत के मामले ने पकड़ा तूल, तो क्या हत्या नहीं हादसे का शिकार हुए थे राजीव, शराब के नशे में थे राजीव, सीसीटीवी फुटेज में लड़खड़ाते हुए दिखाई दिए…
Rajiv Pratap journalist Uttarkashi Death Case Uttarakhand breaking news : उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले से बीते दिनों एक बेहद दुखद घटना की खबर सामने आई थी ,जहां पर दिल्ली उत्तराखंड लाइव के पत्रकार राजीव प्रताप की मौत की खबर ने सबको झकझोर कर रख दिया। वहीं राजीव की मौत के बाद से उनके परिजनों समेत अन्य लोगों ने भी उनकी ह्त्या का अंदेशा जताया। इसी बीच पुलिस प्रशासन की गहन छानबीन के बाद राजीव की मौत को हत्या नहीं बल्कि सड़क दुर्घटना बताया गया है। बताते चले राजीव एक ऐसे पत्रकार थे जो लगातार भ्रष्टाचार की पोल खोल रहे थे, जिसके कारण उन्हे जान से मारने की धमकियाँ भी मिल रही थी।
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अभी तक मिली जानकारी के अनुसार उत्तरकाशी जिले के मनेरी के रहने वाले व दिल्ली उत्तराखंड लाइव के पत्रकार राजीव प्रताप की मौत पर पुलिस प्रशासन ने मामले का बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि राजीव की ह्त्या नही की गई है, बल्कि राजीव सड़क दुर्घटना का शिकार हुए हैं। पुलिस उपाधीक्षक जनक पंवार ने मीडिया बातचीत मे बताया कि राजीव प्रताप दुर्घटना के वक्त शराब के नशे में थे।
CCTV विडियो मे लड़खड़ाते हुए दिखाए दिए राजीव
उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज से भी इस बात की पुष्टि हुई है कि वह लड़खड़ाते हुए चल रहे थे और गाड़ी को गलत दिशा में चला रहे थे। पुलिस जांच में सामने आया कि बीते 18 सितंबर की शाम करीब 7:00 बजे राजीव अपने पूर्व विद्यार्थी और कैमरामैन मनबीर कलूड़ा के साथ पुलिस लाइन में नियुक्त आरक्षी सोबन सिंह से मिलने गए थे। इतना ही नहीं बल्कि तीनों ने देर रात करीब 10:00 बजे टैक्सी स्टैंड पर बैठकर शराब पी। इसके बाद सोबन सिंह वहां से निकल गए लेकिन राजीव के कहने पर वह वापस आए।
शराब के नशे मे राजीव चला रहे थे वाहन
इसके बाद राजीव और सोबन ने फिर से बाजार जाकर एक होटल में खाना खाया और शराब पी। रात के करीब 11:00 राजीव होटल से बाहर आए जिसमें सीसीटीवी फुटेज में वह स्पष्ट तौर पर नशे में लड़खड़ाते हुए दिख रहे थे। थोड़ी देर बाद सोबन सिंह भी बाहर आए और दोनों गाड़ी में बैठे। सोबन इसके बाद गाड़ी से बाहर निकले तो राजीव ड्राइविंग सीट पर बैठ गए। फुटेज में गाड़ी के अंदर राजीव के अलावा अन्य कोई व्यक्ति नहीं दिखा।
गंगोरी की तरफ जाते हुए दिखाई दिए थे राजीव
रात के करीब 11: 24 बजे सोबन ने राजीव से मोबाइल पर बात की। इसके बाद राजीव की गाड़ी बद्री तिराहा तेखला पुल और अंत मे रात के करीब 11:38 बजे गंगोरी पुल के सीसीटीवी कैमरे में गंगोरी की तरफ जाती हुई दिखाई दी। इस दौरान कार में कोई अन्य व्यक्ति सवार नहीं था। गंगोरी पुल के बाद लगे एटीएम और पेट्रोल पंप के सीसीटीवी में राजीव का वाहन कहीं नहीं दिखाई दिया।
सोबन ने राजीव को समझाने का किया था प्रयास मगर नही माने राजीव
सोबन ने पुलिस प्रशासन को बताया कि उन्होंने राजीव को बहुत समझाया कि वह गाड़ी आगे ना ले जाए क्योंकि उन्होंने नशा किया हुआ था। लेकिन राजीव उनकी बात नहीं माने और यह कहकर चले गए की वह गाड़ी लेकर थोड़ी दूर जाकर वापस आ जाएंगे। सोबन ने सोचा कि राजीव शायद अपनी बहन के घर कोट बांगला गए होंगे। इतना ही नही बल्कि सोबन पैदल उनके पीछे भी गए हालांकि उन्हे राजीव नहीं मिले।
गंगोरी में दुर्घटनाग्रस्त हुआ राजीव का वाहन
इसके बाद सोबन ने सोचा कि वह अपनी गाड़ी सुबह ले लेंगे जिसके बाद वो अपने कमरे मे चले गए। पुलिस का मानना है कि रात के करीब 11:40 पर वाहन गंगोरी में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात भी साफ हो गई कि राजीव शराब के नशे में थे और गलत दिशा में गाड़ी चला रहे थे। राजीव को गाड़ी चलाने का अभ्यास बहुत कम था इस बात की भी पुष्टि हुई है। फिलहाल पूरे मामले की जाँच जारी है।
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