Connect with us
alt="uttarakhand women police Constable champa Mehra"

उत्तराखण्ड

देहरादून

उत्तराखण्ड: महिला कॉन्स्टेबल ने ड्यूटी में पहुंचने के लिए स्कूटी से तय किया 283 किमी का सफर

लाॅकडाउन  के बाद से क‌ई तस्वीरें हमारे सामने आई है जहां एक ओर सड़कों पर पैदल चलते हजारों मजदूर है तो वहीं इस भयंकर महामारी में भी जान की बाजी लगाकर अपना फर्ज निभाते डाक्टर, पुलिस और अति आवशयकीय सेवाओं में कार्यरत कर्मचारी है। इन सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को आज पूरा देश सलाम कर रहा है और करें भी क्यों ना… इस महामारी के समय ये सभी उस सैनिक से कम नहीं है जो अपनी जान की बाजी लगाकर दुश्मन को ढेर कर देता है। ये सभी भी कोरोना के खिलाफ जंग में सिपाही बनकर मैदान में खड़े हैं। इन्होंने हमें यह भी सिखाया है कि चाहें कितना भी मुश्किल वक्त क्यों ना हो देश और देशवासियों के प्रति अपना फर्ज तो आखिरी दम तक निभाना पड़ता है। आज हम आपको उत्तराखण्ड पुलिस की एक ऐसी ही महिला कांस्टेबल से रूबरू करा रहे हैं जिसने न सिर्फ देश के प्रति अपने फर्ज को सर्वोपरि रखा बल्कि ऐसे समय में भी वह अपनी ड्यूटी में उपस्थित हुई जब उसके परिवार को उसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। जी हां हम बात कर रहे हैं.. राज्य के नैनीताल जिले की रहने वाली चम्पा मेहरा की। सबसे खास बात तो यह है कि यातायात के सार्वजनिक साधन न मिलने पर भी चम्पा ने घर बैठने के बजाय ड्यूटी में पहुंचना जरूरी समझा और 283 किमी की यात्रा अपनी स्कूटी से पूरी कर वह ड्यूटी पर पहुंची।
यह भी पढ़े- उत्तराखण्ड: लाॅकडाउन की भारी मार…. कुछ युवा कुरुक्षेत्र से तो कुछ दिल्ली से पैदल पहुंचे पहाड़



प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के नैनीताल जिले के लालकुआं निवासी चम्पा मेहरा उत्तराखण्ड पुलिस में कांस्टेबल है। वर्तमान में उनकी तैनाती देहरादून के एसएसपी कार्यालय के 112 कंट्रोल रूम में है। बता दें कि चम्पा के पिता को काफी समय से डायबिटीज की समस्या है और उनकी दोनों किडनी भी एकदम खराब हो चुकी है। जिस कारण हमेशा ही उनकी दवाई चलते रहती है। बीते दिनों उनकी तबीयत अचानक से इतनी ज्यादा बिगड़ गई कि आनन-फानन में उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। चम्पा को जब यह पता चला कि उसके पिता अस्पताल में भर्ती हैं तो वह छुट्टी लेकर घर आ ग‌ई। एक दो दिन तक तो सब सही रहा लेकिन फिर अचानक देश में लाॅकडाउन  की घोषणा हो गई। सभी की छुट्टियां भी बढ़ा दी गई लेकिन जैसे ही चम्पा को पता चला कि 112 कंट्रोल रूम में स्टाफ की कमी है तो उसने अपने पिता की गम्भीर हालत के बावजूद उन्हें अस्पताल में छोड़कर ड्यूटी पर जाने का फैसला किया। लाॅकडाउन होने के कारण जब उसे कोई गाड़ी नहीं मिली तो उसने अपनी स्कूटी से ही 283 किमी की यात्रा पूरी की। इस दौरान अपने पूरा सफ़र उसे दो बिस्कुटों की बदौलत पूरा करना पड़ा।


यह भी पढ़ें– उत्तराखण्ड: दोनों बेटे फंसे दिल्ली में पहाड़ में पिता की मौत, सासंद अजय टम्टा बने फरिश्ता

Devbhoomi Darshan Desk

UTTARAKHAND NEWS, UTTARAKHAND HINDI NEWS (उत्तराखण्ड समाचार) Devbhoomi Darshan site is an online news portal of Uttarakhand through which all the important events of Uttarakhand are exposed. The main objective of Devbhoomi Darshan is to highlight various problems & issues of Uttarakhand. spreading Government welfare schemes & government initiatives with people of Uttarakhand

More in उत्तराखण्ड

Advertisement

UTTARAKHAND CINEMA

PAHADI FOOD COLUMN

UTTARAKHAND GOVT JOBS

UTTARAKHAND MUSIC INDUSTRY

Lates News

deneme bonusu casino siteleri deneme bonusu veren siteler deneme bonusu veren siteler casino slot siteleri bahis siteleri casino siteleri bahis siteleri canlı bahis siteleri grandpashabet
To Top