Uttarakhand Private School Fees : उत्तराखंड में निजी स्कूल 30 से 40 फीसदी बढ़ाएंगे फीस अभिभावक हो जाए अच्छे से तैयार
उत्तराखंड में महंगाई का आलम कुछ ऐसा है कि पेट्रोल डीजल के दामों के आसमान छू जाने के बाद अब अभिभावकों के ऊपर अतिरिक्त बोझ बढ़ने जा रहा है जी हां बता दें कि पहले तो बस और वेन का किराया बढ़ाया गया, लेकिन अब कुछ निजी स्कूलों ने फीस बढ़ाने की भी तैयारी कर ली है। स्कूल प्रबंधक फीस बढ़ाने के पीछे स्कूल स्टाफ के वेतन बढ़ोतरी और विद्यालय के अन्य मेंटेनेंस के मुद्दों को सामने रख रहे हैं। फीस बढ़ाने का मामला राजधानी देहरादून का है, जहां गुपचुप में कुछ पब्लिक स्कूलों ने स्कूल बसों और वेनो का किराया 40फीसदी तक बढ़ा दिया।(Uttarakhand Private School Fees) यह भी पढ़े:उत्तराखंड : अब ट्यूशन फीस के अलावा अन्य शुल्क भी ले सकेंगे निजी स्कूल, आदेश जारी
विद्यालयों द्वारा इस प्रकार से गुपचुप में फीस बढ़ोतरी से सीधे-सीधे अभिभावक आर्थिक बोझ के नीचे दब रहे हैं। आपको बता दें कि राजधानी देहरादून में कुछ पब्लिक स्कूलों ने गुपचुप में 30 से 45 फीसदी तक फीस बढ़ा दी है। बताते चलें कि कुछ दिन पूर्व ही उत्तराखंड सरकार ने भी निजी स्कूलों में फीस वृद्धि व अन्य खर्चों में वृद्धि से संबंधित आदेश भी जारी किया था उसके बाद से ही विद्यालयों द्वारा शुल्क बढ़ाना शुरू कर दिया गया था।
वेतन वृद्धि पर स्कूल प्रबंधन ने रखी अपनी बात : जब अभिभावकों ने विद्यालय में इस संबंध में बात करनी चाही तो स्कूल प्रबंधन का कहना है कि हमारे बिल्डिंग मेंटिनेस में काफी बजट का खर्च हो रहा है, और शिक्षक कोरोना काल से हमारे विद्यालय में वेतन बढ़ने की उम्मीद में पढ़ा रहे हैं। फीस बढ़ाना हमारी मजबूरी है फिर भी हम इस पर विचार कर रहे हैं। निजी स्कूलों का यह भी कहना है कि अच्छी गुणवत्ता के लिए हमें अच्छे शिक्षकों की जरूरत है जिन्हें अच्छा वेतन देना भी हमारे लिए बेहद जरूरी हो जाता है और यह भी फीस वृद्धि का एक मुख्य कारण है। यह भी पढ़े: उत्तराखंड रोडवेज बसों का किराया बढ़ा देखिए नई किराया सूची