देवभूमि उत्तराखंड में लगातार हो रही सड़क दुघर्टनाओ ने तांडव मचा रखा है। इन दिनों तो राज्य में हर रोज कोई न कोई सड़क दुघर्टना सामने आ ही जाती है। सच कहें तो आजकल होने वाली मौतों का कारण सड़कों में होने वाली यह दुर्घटनाएं ही है। कभी चालक की लापरवाही तो कभी ओवरलोडिंग से होने वाली इन दुर्घटनाओं के कारण अब तक न जाने कितने लोग काल के ग्रास बन चुके हैं। ऐसी ही एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना आज चम्पावत जिले में हुई। जिसमें लोहाघाट जा रही एक कार पर चीड़ का पेड़ गिरने से दो महिलाओं की मौत हो गई जबकि कार चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को जिला अस्पताल चम्पावत पहुंचाया गया है। आज सुबह राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुई इस दुर्घटना के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइन लग गई। पेड़ के गिरने का कारण आल वेदर रोड के निर्माण में पहाड़ो की कटिंग होना बताया गया है। कार के बुरी तरह क्षतिग्रस्त होने से ही इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि हादसा कितना भयानक रहा होगा।
अभी तक प्राप्त जानकारी के मुताबिक आज सुबह चम्पावत के चक्कू निवासी विनोद चौधरी पुत्र त्रिलोक चौधरी अपनी कार (यूपी 16 के 8119) से चम्पावत से लोहाघाट जा रहे थे। विनोद छतार पुल तक कार में अकेले थे। लेकिन छतार पुल पर खड़ी दो महिलाओं दुर्गा देवी पत्नी प्रेम बल्लभ पांडे हाल निवासी कहलगांव मूल निवासी घिंघरुकोट पाटी और मुन्नी देवी पांडे (55 वर्ष) पत्नी केशर दत्त पांडेय निवासी छतार ने विनोद से लिफ्ट मांगी। सुबह करीब साढ़े 11 बजे जैसे ही कार तिलोन के पास पहुंची तो अचानक चीड़ का एक पेड़ पहाड़ी से कार पर आ गिरा। कार पर पेड़ के गिरने से घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। हादसा राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने जैसे-तैसे तीनों को कार से बाहर निकलकर जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने दोनों महिलाओं को मृत घोषित कर दिया। बताया गया है कि महिलाएं लोहाघाट के वन गांव में महिला संगीत में जा रही थी।