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Joshimath Landslide sinking rescue: PWD will demolish people's ancestral houses from today. Joshimath Landslide sinking rescue.

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जोशीमठ: आज से लोगों के पैतृक घरों को ध्वस्त करेगी लोनिवि, दो बड़े होटलों से होगी शुरुआत

Joshimath Landslide sinking rescue: आज से शुरू होगा असुरक्षित भवनों के ध्वस्तीकरण का काम, केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) और केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान रुड़की के विशेषज्ञों की टीम भी रहेगी मौजूद….

विध्वंस की कगार पर खड़े जोशीमठ में अब एक-एक पल अहम है। बता दें कि यहां कभी भी भवनों के धराशाई होने के साथ ही पूरे शहर के भूसमाधि लेने की आंशका जताई जा रही है। इन विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए शासन प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। बताया गया है कि मंगलवार से जोशीमठ में भू-धंसाव के चलते असुरक्षित हो चुके भवनों को गिराने का अभियान शुरू किया जाएगा ताकि एकाएक भवनों के स्वत: ध्वस्त होने से किसी बड़े हादसे का सामना ना करना पड़े। इस संबंध में मुख्य सचिव डॉ.एसएस संधु ने असुरक्षित भवनों को गिराने के निर्देश लोक निर्माण विभाग को दिए हैं। लोक निर्माण विभाग द्वारा केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) के वैज्ञानिकों की देखरेख में भवनों को ढहाने का कार्य किया जाएगा।
(Joshimath Landslide sinking rescue)
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इस संबंध में हुई प्रेस वार्ता के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए आपदा प्रबंधन सचिव डॉ.रंजीत सिन्हा ने बताया कि सीबीआरआई की टीम ने जोशीमठ पहुंचकर बीते रोज मलारी इन और माउंट व्यू होटल का सर्वे किया। उन्होंने बताया कि सबसे पहले इन दोनों होटलों को ही ध्वस्त किया जाएगा। इस दौरान केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान रुड़की के विशेषज्ञों की टीम और एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमें भी मौके पर मौजूद रहेंगी। इसके लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा दो जेसीबी, एक बड़ी क्रेन और दो टिप्पर ट्रक की व्यवस्था की गई है।
(Joshimath Landslide sinking rescue)

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Sunil

सुनील चंद्र खर्कवाल पिछले 8 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे राजनीति और खेल जगत से जुड़ी रिपोर्टिंग के साथ-साथ उत्तराखंड की लोक संस्कृति व परंपराओं पर लेखन करते हैं। उनकी लेखनी में क्षेत्रीय सरोकारों की गूंज और समसामयिक मुद्दों की गहराई देखने को मिलती है, जो पाठकों को विषय से जोड़ती है।

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