New kumaoni song 2023: पहाड़ों की पुरानी शादियों की याद दिला रहा है यह खूबसूरत गीत, छपेली सुनकर खुद ब खुद थिरकने लगेंगे आपके कदम….
21वीं सदी के इस वैज्ञानिक युग ने जहां कहीं सुख सुविधाएं हमें दी है वहीं हमारी कई पुरातन सुन्दर परम्परा, रीति रिवाजों को भी हम से छीन लिया है। माघ का महीना चल रहा है तो बात शादी ब्याह की ही करते हैं। पहले के समय में हर बरात की शान होने वाले ढोल दमो और छलिया अब यदा कदा ही नजर आते हैं। इनकी जगह आजकल बैंड बाजे और डीजे ने ले ली है। परंतु आज भी यदि किसी बरात में ढोल दमो और मशकबीन के साथ पहाड़ी छलिया नृत्य देखने को मिल जाए तो उसके सामने कई डीजे भी फेल हैं। सुमधुर न्योली छपेली के साथ ढोल दमो और मशकबीन की धुन पर जहां लोगों के पांव खुद ब खुद थिरकने लगते हैं वहीं प्रसिद्ध छलिया नृत्य को लोग अपने कैमरे के सहारे यादों का हिस्सा बना लेते हैं। पहाड़ की प्राचीन समय की बरातों की इन्हीं सभी यादगार चीजों को खूबसूरत ढंग से प्रस्तुत करने का काम किया है चांदनी इंटरप्राइजेज यूट्यूब चैनल ने। जी हां.. बात हो रही है इस यूट्यूब चैनल के बैनर तले रविवार को रिलीज हुए खुबसूरत पहाड़ी छपेली गीत ‘मोहना की बर्यात’ की। जिसे महज चंद घंटों में ही हजारों दर्शकों द्वारा देखा जा चुका है।
(New kumaoni song 2023) यह भी पढ़ें- इंदर आर्य और मीना राणा की जुगलबंदी में रिलीज हुआ बेहद खूबसूरत गीत ‘मोमो चटनी’
बता दें कि एक पहाड़ी बरात पर आधारित खूबसूरत गीत ‘मोहना की बर्यात’ रविवार सुबह चांदनी इंटरप्राइजेज यूट्यूब चैनल के बैनर तले रिलीज हो गया है। बता दें कि इस खूबसूरत छपेली गीत के बोल जहां जनार्दन उप्रेती (जन्नू था) द्वारा लिखे गए हैं वहीं इसे लोकगायक प्रकाश रावत, कैलाश कुमार, नवीन भट्ट और गोविंद पवार ने अपनी मधुर आवाज दी है। संगीतकार रणजीत सिंह का खूबरसूरत संगीत और रिदम जहां इस गीत को काफी मनमोहक बना रहा है वहीं ढोल दमो की धुन पर छलिया नृत्य करते कलाकार और गायकों द्वारा बार-बार गुनगुनाई जा रही नई नई छपेली लोगों को अंत तक विडियो में बनाए रखने में काफी है। कुल मिलाकर चंद मिनटों का यह खूबसूरत पहाड़ी गीत लोगों को पुराने समय की पहाड़ी बरातों की याद दिला रहा है।