Mamta purohit Bageshwar: मूल रूप से राज्य के चमोली जिले के गोपेश्वर की रहने वाली है शिक्षिका ममता पुरोहित, मिला साराभाई राष्ट्रीय वैज्ञानिक पुरस्कार…
समूचे प्रदेश को गौरवान्वित करने वाली एक बड़ी खबर राज्य के बागेश्वर जिले से सामने आ रही है जहां कपकोट तहसील क्षेत्र के राजकीय हाईस्कूल उत्तरौड़ा में तैनात विज्ञान शिक्षिका डॉ. ममता पुरोहित को साराभाई राष्ट्रीय वैज्ञानिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। बताया गया है कि उन्हें यह सम्मान विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रदान किया गया है । उन्हें यह पुरस्कार भारतीय राष्ट्रीय वैज्ञानिक शिक्षक परिषद और रमन साइंस एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन की ओर से ऑनलाइन प्रदान किया गया। उनकी इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं उनके विद्यालय के साथ ही समूचे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के चमोली जिले के गोपेश्वर क्षेत्र की रहने वाली ममता पुरोहित विज्ञान विषय की अध्यापिका है। वर्तमान में उनकी तैनाती बागेश्वर जिले के कपकोट तहसील क्षेत्र के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय उत्तरौड़ा में है। उन्हें विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए साराभाई राष्ट्रीय वैज्ञानिक पुरस्कार से नवाजा गया है। बताया गया है कि शिक्षिका ममता ने पुरस्कार के लिए अक्तूबर 2022 में ऑनलाइन पंजीकरण किया था। जिसके बाद वह देशभर से चुने गए 10 शिक्षकों में दूसरा स्थान पाने में कामयाब रही। सबसे खास बात तो यह है कि इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाली वह उत्तर भारत की एकमात्र शिक्षिका हैं।
(Mamta purohit Bageshwar)