Kedarnath Helicopter Accident: केदारनाथ जाने से चंद घंटे पहले तक अमित खेल रहे थे दून में मैच, ऐसे मौत खींच ले गई केदारनाथ, मां हुई बेसुध, पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल, दो बच्चों के सिर से उठा पिता का साया…
बीते रोज केदारनाथ में जानलेवा दुर्घटना का शिकार होने वाले उत्तराखंड नागरिक उड्डयन अभिकरण (यूकाडा) के वित्त नियंत्रक अमित सैनी के घर पर इस समय मातम पसरा हुआ है। अमित सैनी मूल रूप से राज्य के हरिद्वार जिले के रूड़की क्षेत्र के रहने वाले थे। दोपहर को हादसे में अमित की मौत की खबर मिलने के बाद सोमवार को जैसे ही अमित का शव घर पहुंचा तो मौके पर चीख पुकार मच गई। हादसे की खबर मिलते ही लगभग बेसुध हुई अमित की मां शव देखते ही एकाएक विलाप करते हुए रूदन करने लगी। बेटे का आखिरी बार चेहरा देखने की उसकी ममतामई जिद ने वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम कर दी। बस एक बार बेटे का चेहरा दिखा दो यह बोलते बोलते जहां वह कई बार बेहोश हो गई वहीं अमित की पत्नी और घर के अन्य सदस्यों का भी रो-रोकर बुरा हाल था। गमहीन माहौल में परिजनों के अंतिम दर्शनों और परम्परानुसार अंतिम क्रियाओं के बाद अमित की अंत्येष्टि कर दी गई।
(Kedarnath Helicopter Accident)
गौरतलब है कि बीते रोज केदारनाथ में हेलीपैड निरीक्षण को पहुंचे यूकाडा के वित्त नियंत्रक अमित सैनी की हेलीकॉप्टर के पंखे से टकराकर मौके पर ही मौत हो गई थी। इस हादसे में उनका सिर धड़ से अलग हो गया था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इस घटना से चंद सेकेंड पहले अमित के दोस्तों ने उन्हें काफी आवाज लगाई थी परंतु हेलीकॉप्टर की तेज आवाज के कारण वह अपने दोस्तों की ध्वनि नहीं सुन पाए थे। उनके दोस्तों के मुताबिक ऐसा लग रहा था कि मानो अमित को मौत अपनी ओर खींच रही थी, जैसे ही वह हेलीकॉप्टर के पीछे की ओर गए तो तेजी से घूम रहे टेल रोटर ने चंद सेकेंड में ही अमित को हम सब से दूर कर दिया।
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बताया गया है कि वैसे अमित को रविवार को केदारनाथ नहीं जाना था। वह देहरादून के महाराणा प्रताप स्टेडियम में अपने दोस्तों के साथ मैच खेल रहे थे लेकिन अचानक उन्हें केदारनाथ जाने की सूचना मिली जिस पर वह मैच बीच में ही छोड़कर न केवल अपने दफ्तर पहुंचे बल्कि वहां से केदारनाथ की ओर रवाना भी हो गए। यह बात भी सामने आई कि अमित कार से केदारनाथ जाना चाहते थे परंतु उनके अधिकारियों ने उनसे हेलीकॉप्टर से जल्दी पहुंचने की बात कहते हुए हेलीकॉप्टर से ही जाने को कहा। अगर अमित ने अधिकारियों की सलाह ना मानते हुए हेलीकॉप्टर का सफर ना किया होता तो शायद उनकी जान बच जाती। आपको बता दें कि अमित अपने पीछे भरे-पूरे परिवार को रोते बिलखते छोड़ गए हैं। उनके परिवार में उनके माता-पिता, एक छोटे भाई और एक बहन के अतिरिक्त पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं। उनका बड़ा बेटा रिदविन 8 साल का है जबकि छोटी बेटी लिमिनिश की उम्र महज 5 साल है।
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