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उत्तराखण्ड: लोकगायक मंगलेश डंगवाल विवादों में, ब्रांड एम्बेसडर की कार पर नोटिस जारी
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Folk singer Manglesh Dangwal notice issued on tehri garhwal forest department brand ambassador board on car uttarakhand live news today: फेमस लोकगायक मंगलेश डंगवाल विवादों में, ‘ब्रांड एंबेसडर वन विभाग’ लिखी कार की फोटो पर नोटिस जारी
Folk singer Manglesh Dangwal notice issued on tehri garhwal forest department brand ambassador board on car uttarakhand live news today: उत्तराखंड के लोकप्रिय लोकगायक मंगलेश डंगवाल, जिन्होंने अपने प्रसिद्ध गीत ‘माया बांद’ से संगीत जगत में खास पहचान बनाई है। इन दिनों एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार वह अपने सुरों या गीतों की वजह से नहीं, बल्कि एक फोटो के चलते विवादों में घिर गए हैं। दरअसल सोशल मीडिया पर मंगलेश डंगवाल की कार पर ब्रांड एम्बेसडर वन विभाग का बोर्ड लगी हुई एक फोटो तेजी से वायरल हो रही है। इस फोटो को गंभीरता से लेते हुए वन विभाग ने उन्हें ‘कारण बताओ नोटिस’ भेजा है।
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वायरल फोटो से शुरू हुआ विवाद
आपको बता दें कि हाल ही में सोशल मीडिया पर मंगलेश डंगवाल की एक फोटो सामने आई, जिसमें वह एक ऐसी कार के सामने खड़े दिखाई दे रहे हैं जिस पर ‘ब्रांड एंबेसडर वन विभाग’ लिखा हुआ है। तस्वीर देखते ही लोगों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए — “क्या मंगलेश डंगवाल वास्तव में वन विभाग के ब्रांड एंबेसडर हैं?” और “क्या किसी निजी वाहन पर इस तरह का बोर्ड लगाना नियमों के तहत आता है?” जैसे-जैसे यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई, विभाग की साख पर भी सवाल उठने लगे और मामला चर्चा का विषय बन गया।
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वन विभाग ने लिया संज्ञान, जारी किया नोटिस
सोशल मीडिया पर वन विभाग की किरकिरी होता देख वन विभाग ने लोकगायक मंगलेश डंगवाल को नोटिस तक भेज दिया है। भागीरथी सर्कल के मुख्य वन संरक्षक (CF) धर्म सिंह मीणा ने पुष्टि की कि लोकगायक मंगलेश डंगवाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि नोटिस में पूछा गया है कि उन्होंने “ब्रांड एंबेसडर” शब्द का इस्तेमाल अपनी व्यक्तिगत पहचान या प्रचार के लिए क्यों किया। धर्म सिंह मीणा के मुताबिक, “विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि कहीं इस पहचान का दुरुपयोग तो नहीं हुआ है। डंगवाल को अपना स्पष्टीकरण देना होगा।”
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2023 में मिला था सर्टिफिकेट
आपको बताते चलें कि वर्ष 2023 में टिहरी में आयोजित एक खेल आयोजन के दौरान मंगलेश डंगवाल को भागीरथी सर्कल द्वारा ब्रांड एंबेसडर का सर्टिफिकेट दिया गया था। उस समय यह सम्मान उन्हें पर्यावरण संरक्षण और वन जागरूकता अभियान के समर्थन में प्रदान किया गया था। इस सर्टिफिकेट पर वन मंत्री सुबोध उनियाल के हस्ताक्षर भी हैं। मंत्री सुबोध उनियाल ने स्वयं पुष्टि करते हुए कहा कि,
“डंगवाल को वन विभाग के जनजागरूकता अभियानों में प्रेरक भूमिका के लिए सम्मानित किया गया था, लेकिन इस सर्टिफिकेट का प्रयोग निजी उपयोग के लिए नहीं किया जाना चाहिए।”
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सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़
वैसे तो लोकसंगीत के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने वाले मंगलेश डंगवाल हमेशा अपनी सादगी और लोकसंस्कृति से जुड़ाव के लिए जाने जाते हैं, लेकिन इस बार बांड एम्बेसडर बोर्ड लगी कार पर लोगों ने उन्हें जमकर निशाना बनाया है। फोटो के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आने लगीं। कुछ लोगों ने इसे “लोक कलाकार का गौरव” बताया, तो कुछ ने “नियमों का उल्लंघन” कहकर आलोचना की। लोगों के बीच यह बहस तेज हो गई कि सरकारी सम्मान और व्यक्तिगत पहचान की सीमाएं आखिर कहां तय होती हैं।
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